धनिए की पत्तियों, बीज और पाउडर में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और कई तरह के मिनरल पाये जाते हैं. इसके अलावा धनिया में कैल्शियम, आयरन, थियामीन, पोटैशियम, विटामिन सी, फॉस्फोरस और कौरोटीन भी पाया जाता है. धनिया में ऐसे कई एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाये जाते हैं जो स्किन के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. स्किन संबंधित कई समस्याओं जैसे कील-मुहांसे, ड्राई स्किन, टैनिंग में धनिया के इस्तेमाल से काफी फायदा होता है. इसमें विटामिन सी भी पाया जाता है जोकि फ्री रैडिकल्स से लड़ता है और एजिंग के लक्षणों को रोकने में मदद करता है. इसके अलावा एक्जिमा और फंगल इंफेक्शन जैसे स्किन रोगों का भी निवारण करता है.
आयुर्वेदिक के अनुसार धनिया कसैला, स्निग्ध, हल्का, कड़वा, तीक्ष्ण, ठंडा और पाचन शक्ति को विकसित करने वाला होता है. इसके सेवन से मूत्र का अवरोध ठीक होने से मूत्र खुलकर निष्कासित होता है. धनिया खून में आयरन की कमी में बहुत फायदेमंद है. लू लगने पर हरे धनिए का रस चीनी के साथ मिलाकर पीने से आराम मिलता है. हरे धनिए में पित्त की गर्मी खत्म करने की शक्ति होती है. धनिए के हरे पत्तों का रस नाक में बूंद-बूंद टपकाने से नाक से होने वाला रक्तस्राव यानि नकसीर की बीमारी ठीक होती है. इसके पत्तों को पीसकर माथे पर लेप करने से गर्मी से होने वाले सिरदर्द में आराम मिलता है.
धनिए में एंटीऑक्ससिडेंट भी अच्छी मात्रा में होते हैं, जिसके कारण यह खाने में मिलाए जाने वाली चीजों को खराब होने से बचाता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए हरी धनिया काफी फायदेमंद होती है. ये ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने का काम करती है. शरीर में मेटाबॉलिज्म सही ढंग से हो, इसके लिए ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से कम करता है. उम्र बढ़ने पर अक्सर लोगों को गठिया व जोड़ों मे दर्द की शिकायत होने लगती है. धनिए की पत्तियों में एंटी- इंफ्लेमेट्री गुण पाये जाते हैं, जिसकी वजह से गठिया यानि कि आर्थराइटिस जैसे रोगों का असर कम होता है. किडनी को दुरुस्त रखने के लिए हरा धनिया बहुत ही फायदेमंद खाद्य पदार्थ है. धनिये को कफनाशक भी माना जाता है. लंबे समय से ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसे रोगों के लिए भी धनिया काफी मददगार है. धनिया में विटामिन ए और हाई एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाये जाते हैं जो आंखों की खुजली, सूजन और अन्य नेत्र विकार से छुटकारा दिलाने में मददगार हैं.
जिस तरह से धनिया की पत्तीयां फायदेमंद होती हैं उसी तरह से धनियां के बीज भी लाभकारी होते हैं. धनिए के बीज वजन कम करने के लिए उपयोगी होते हैं. गर्म पानी में उबाल कर इनकी चाय बना कर लगातार कुछ दिन पीने से वजन कम होता है. सर्दी-जुकाम से लड़ने में धनिए के बीज में विटामिन सी के साथ ही जीवाणुरोधी गुण होते हैं. इसलिए सर्दी-जुकाम में इन बीजों को उबालकर इनका पानी पीना सेहत के लिए लाभकारी होता है. धनिए के बीज में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है जो कि खून में हिमोग्लोबिन को बनाता है. यहीं कारण है कि धनिए के बीज का सेवन करने से खून की कमी दूर होती है.
धनिया का पानी थाइरॉइड के उपचार के लिए काफी लाभकारी होता है. धनिया के पानी में विटामिन ए और के होता है, जो कि कैल्शियम संश्लेषण में शरीर की मदद करते हैं. कैल्शियम हड्डियों के लिए जरूरी होता है इसलिए धनिए का पानी पीने से ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव होता है. धनिया का पानी पीने से अनियमित पीरियड्स की परेशानी से राहत मिलती है. यह एस्ट्रोजन हार्मोन के स्राव को उत्तेजित करता है जिससे अनियमित पीरियड्स की समस्या से निजात मिलती है साथ ही पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द से भी राहत मिलती है.
लेखक: डॉ. विपिन शर्मा, सहायक प्रोफेसर (रसायन विज्ञान), वनस्पति विज्ञान विभाग
डॉ॰ हैपी देव शर्मा प्राध्यापक, शाक विज्ञान
डॉ. वाईएसपी यूएचएफ़ नौनी, सोलन (HP)
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