ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का ज्यादातर सपना अपना खुद का एक घर होता है, जिसमें वह अपने परिवार के साथ खुशहालपूर्वक रह सके. इसी कड़ी में भारत सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना को शुरू किया. ताकि भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में "सभी के लिए आवास" के दृष्टिकोण को पूरा किया जा सके. इसी को ध्यान में रखते हुए, ग्रामीण विकास मंत्रालय के द्वारा 1 अप्रैल, 2016 से प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) को क्रियान्वित किया गया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना का लक्ष्य मार्च 2024 तक आवश्यक सुविधाओं के साथ 2.95 करोड़ पक्के घरों के निर्माण के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ पात्र ग्रामीण परिवारों को सहायता प्रदान करना है. देखा जाए तो इसमें बीते कुछ दिनों यानी की 19 जुलाई, 2023 तक, महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2.92 करोड़ घरों को मंजूरी दी गई है और 2.41 करोड़ घर पूरे हो गए हैं. पीएमएवाई-जी के तहत, लाभार्थियों की पहचान सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) 2011 में उल्लिखित विशिष्ट आवास अभाव मापदंडों के आधार पर की जाती है. इस प्रक्रिया में ग्राम सभा द्वारा सत्यापन और ग्राम पंचायत-वार स्थायी प्रतीक्षा सूची (पीडब्ल्यूएल) तैयार करना आदि कार्य को शामिल किया गया है.
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ
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ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के घरों को समान बराबरी
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झुग्गी-झोपड़ियों का पुनर्वास.
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आम लोगों को उनके बजट के हिसाब से घर उपलब्ध करवाना.
PMAY योजना के लाभार्थी
सरकार की इस योजना का लाभ उन्हीं परिवार को दिया जाएगा, जिनकी सालाना इनकम नीचे दी गई आय के बीच होनी चाहिए.
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व्यक्ति की वार्षिक आय 6-12 लाख रुपये तक होनी चाहिए.
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कम आय वाले समूह (LIGs) व्यक्ति की आय 3 -6 लाख रुपये के बीच होनी चाहिए.
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इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) व्यक्ति की आय 3 लाख रुपए तक होनी चाहिए.
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ऐसे करें PMAY योजना में आवेदन
अगर आप भी घर बैठे प्रधानमंत्री आवास योजना में आवेदन करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा.