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Updated on: 14 February, 2023 4:00 PM IST
बेल पत्र का महत्व
Mahashivratri 2023: इस बार 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाएगा. शिवरात्री के अवसर पर शिवलिंग में जल और बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है.

बेल पत्र को बहुत ही पवित्र माना जाता है. इसलिए इसे हिंदू मान्यताओं के अनुसार देवी-देवताओं को चढ़ाया जाता है. बेल पत्र को संस्कृत में बिल्व पत्र के नाम से जाना जाता है. बिल्व का अर्थ है बेल का पेड़ और पत्र मतलब है पत्ता. इसके अलावा वैज्ञानिक दृष्टि से इसे औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है. साथ ही वेदों और पुराणों के अनुसार भी बेलपत्र का चिकित्सीय और सांस्कृतिक महत्व है.

पौराणिक महत्व

पौराणिक महत्व के अनुसार बेल पत्र जैसा कि एक त्रिकोणीय पत्ता है. इसे भगवानशिव ब्रह्माविष्णु और महेश की आंखों को दर्शाया गया है. इसलिए शिवरात्री के दौरान शिवलिंग में बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना गया है.

बेल पत्र का औषधीय महत्व

बेल पत्र को धार्मिक महत्व के साथ औषधीय लाभ गुणों से भरपूर माना जाता है. बेल पत्र के सेवन से शरीर में खनिज और विटामिन की कमी दूर होती हैक्योंकि इसमें विटामिन एसीविटामिन एसीकैल्शियमफाइबरपोटेशियम जैसे तत्वों की भरमार होती है.

बेल पत्र के रोजाना सेवन से उच्च रक्तचापकोलेस्ट्रॉल और हृदय संबंधी समस्याओं को नियंत्रण में रखा जा सकता है.

शरीर की हड्डी टूटने पर बेल पत्र को हल्दी और घी में मिलाकर मरहम के तौर पर लगाया जाए तो घाव जल्द ही पूरे होने लगते हैं. 

बेल पत्र के फायदे

    • बेल पत्र के पत्ते ही नहीं बल्कि जड़फलखाल, लकड़ी कई प्रकार की बीमारियों के लिए दवा के रूप में कार्य करते हैं.

    • बेल पत्र से मसूड़ों की समस्याअस्थमाएनीमियापीलिया आदि बीमारियों को आसानी से ठीक किया जा सकता है.

    • बेल पत्र के फल में टैनिन होता है जो हैजा और डायरिया के इलाज के लिए उपयोग में लाया जाता है. साथ ही बेल पत्र के फल के पाउडर के सेवन से भी डायरिया का इलाज किया जाता है.

    • बेल पत्र के पौधे में एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं जो शरीर पर कई संक्रमणों से लड़ने में कारगर हैं.

    • बेल पत्र के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखा जा सकता है.

    • बेल पत्र से तैयार तेल को सर्दी और अस्थमा जैसे श्वसन संबंधी समस्या को ठीक किया जा सकता है.

ये भी पढ़ेंः बेल का पत्ता और फल के फायदे और नुकसान

  • यदि आप दिल संबंधी किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको घी और पके हुए बेल फल के मिश्रण के रोजाना सेवन में लाना चाहिए. 

  • बेल पत्र के फल से कब्ज की समस्या को दूर किया जा सकता है.

  • बेल पत्र को त्वचा पर लगाने से त्वचा रोग ठीक होने लगते हैं साथ ही चेहरा खिलने लगता है.

  • बेल पत्र के जूस के सेवन से बाल झड़ने कम हो जाते हैं. साथ ही रूखे बालों को मुलायम करता है.

English Summary: Medicinal importance of Bel Patra, consumption of these diseases will cure
Published on: 14 February 2023, 03:10 PM IST

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