भारत के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले ज्यादातर किसान खेती-किसानी/Farming करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं. अधिकतर किसान खेती से अच्छा लाभ पाने के लिए बैंक से लोन लेते हैं. क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी सही नहीं होती है कि वह खुद से खेती का पूरा खर्च कर सके. इसलिए वह खेती के लिए बैंक से कर्ज/ Loan from Bank for Farming लेते हैं. अक्सर देखा गया है कि अधिकतर किसान खेती के लिए बैंक से लोन तो ले लेते हैं, लेकिन उसे सही समय पर नहीं चुका पाते हैं.
अब सवाल यह आता है कि कर्ज न चुका पाने के कारण क्या बैंक के द्वारा किसान की जमीन को नीलाम या फिर बेच सकती है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...
बैंक का कर्ज न चुकाने पर क्या किसान की जमीन बेची जा सकती है?
कई किसानों के मन में यह सवाल जरूर आता है कि अगर वह बैंक से खेती के लिए लोन/ Loan for farming from bank लेती हैं और लोन सही वक्त पर न चुका पाने के कारण बैंक उनकी जमीन को बैच सकती है. तो बता दें कि ऐसा हो सकता है. लेकिन ऐसा करने के लिए भी बैंक को कानून के अनुसार चलना होता है. जैसे कि किसान को ऋण वसूली/ Debt Recovery के लिए एक से दो बार नोटिस देना होता है. इसके साथ ही बैंक को कर्ज चुकाने के लिए प्रर्याप्त समय भी देना होता है.
मुकदमा दायर
अगर किसान फिर भी कर्ज की राशि को नहीं चुका पाता है, तो फिर बैंक ऋण वसूली न्यायाधिकरण (DRT) में एक मुकदमा दर्ज करवाता है. बता दें कि DRT किसान को बैंक का कर्ज समय पर चुकाने के लिए आदेश देता है. ऐसी स्थिति में भी अगर किसान कर्ज की राशि नहीं चुकाता है, तो फिर बैंक के पास कोई और दूसरा रास्ता नहीं बचता है और फिर बैंक किसान की जमीन समेत अन्य संपत्ति जिससे कर्ज की राशि पूरी हो सके उन्हें कुर्क कर बेच देना का आदेश देता है.
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सरकार की कर्ज माफी योजनाएं
किसानों की मदद के लिए सरकार के द्वारा समय-समय पर कर्ज माफी योजनाएं भी चलाई जाती है. ताकि किसान सरलता से अपना कर्ज उतार सकें. ताकि परेशान होकर आत्महत्या व दूसरा रास्ता न अपनाएं. किसान अपना कर्ज माफी के लिए सरकारी की KCC योजना से भी जुड़ सकते हैं.