Aaj Ka Mausam: देश के इन 3 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें अगले 4 दिन कैसा रहेगा मौसम? PM Kusum Yojana से मिलेगी सस्ती बिजली, राज्य सरकार करेंगे प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए तक की मदद! जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया खुशखबरी: अब मधुमक्खी पालकों को मिलेगी डिजिटल सुविधा, लॉन्च हुआ ‘मधुक्रांति पोर्टल’, जानें इसके फायदे और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया! Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 24 August, 2021 8:00 AM IST
Janmashtami

इस साल श्रीकृष्‍ण जन्माष्‍टमी (Janmashtami 2021) का त्यौहार 30 अगस्त को है. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2021) को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है, क्‍योंकि इस दिन विष्णु भगवान ने कृष्ण के रूप में धरती पर जन्म लिया था. देशभर में श्रीकृष्‍ण जन्माष्‍टमी (Janmashtami) का त्यौहार बहुत धूम धाम से मनाया जाता है. 

इस दिन कृष्ण भक्त उपवास रखते हैं, साथ ही भगवान कृष्ण को 56 भोग लगाते हैं. आइए जानते हैं इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का निष्ठा पूजा समय क्या है और क्यों श्रीकृष्‍ण जन्माष्‍टमी मनाई जाती है?

कृष्ण जन्माष्टमी की तारीख (Krishna Janmashtami Date)

हर साल श्रीकृष्‍ण जन्माष्‍टमी (Janmashtami 2021) की तारीख में बदलाव होता है. अधिकतर श्रीकृष्‍ण जन्माष्‍टमी 2 दिनों मनाई जाती है. मगर इस साल जन्माष्टमी का त्यौहार 30 अगस्त दिन सोमवार को मनाया जाएगा. बता दें कि अष्टमी तिथि की शुरूआत 29 अगस्त 2021 सुबह 11:25 से होगी. इसका समापन 31 अगस्‍त, 2021 को रात के 01:59 बजे होगा.

कृष्ण जन्माष्टमी का निष्ठा पूजा समय (Krishna Janmashtami loyalty worship timing)

कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2021) पर पूजा करने का समय निष्ठा काल का होता है, जो वैदिक समय के अनुसार मध्यरात्रि का है. यानी निष्ठा पूजा का समय 11:59 बजे से 12:44 तक है.

क्यों मनाते हैं कृष्ण जन्माष्टमी? (Why celebrate Krishna Janmashtami?)

प्राचीन कथा में बताया गया है कि इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म कंस को मारने के लिए हुआ था. देवकी ने भगवान कृष्ण को जेल में जन्म दिया था. देवकी कंस की सगी बहन थीं, जिन्होंने वासुदेव से शादी की थी. मथुरा पर कंस का शासन था. आकाशवाणी की गई थी कि कंस को देवकी और वासुदेव का आठवां बेटा मारेगा, इसलिए कंस ने अपनी बहन देवकी और वासुदेव को जेल में कैद कर लिया था.

इस दौरान देवकी के सभी पुत्रों को एक-एक कर मार डाला था. जब देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान यानी भगवान कृष्ण का जन्म हुआ, तो वासुदेव ने अपने बच्चे को नंद और यशोदा को सौंप दिया था, जो कि वृंदावन में रहते थे. जब वासुदेव वापस आए, तो उन्होंने कंस के हाथ मे एक बच्ची को सौंप दिया. मगर जब कंस ने उस बच्ची को मारने का प्रयास किया, तो उस बच्ची ने दुर्गा का रूप ले लिया. उन्होंने चेतावनी दी कि अब उसकी मृत्यु निकट है. इसके कुछ वर्षों बाद भगवान कृष्ण मथुरा आए और अपने मामा यानी कंस का वध कर दिया.

English Summary: krishna janmashtami date, auspicious time of worship and history
Published on: 24 August 2021, 05:34 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now