लोन अपने जीवन में हर कोई कभी न कभी लेता ही है, लेकिन क्या आपने कभी लोन का बीमा कराने के बारे में सुना है. यह सुनकर आप सोच रहे होंगे कि लोन का भी बीमा होता है कहीं भला, लेकिन आपको बता दें कि लोन का बीमा जिसे बैंक की भाषा में लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस कहा जाता है.
दरअसल, पर्सनल लोन या होम लोन लेने वाले व्यक्ति की अगर नौकरी चली जाए, किस्त चुकाने में समस्या हो या फिर उसकी मौत हो जाये, तो ऐसे में लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस बड़ा काम आता है. इसे सरल भाषा में लोन का बीमा भी कहते हैं. इसे लोन लेते वक़्त ही कराया जा सकता है.
लोन बीमा के फ़ायदे(benefits of loan protection insurance)
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सबसे पहले यह ख़राब समय में बैंक लोन की क़िस्त चुकाने में काफी मददगार साबित होता है.
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दूसरा और जरुरी फायदा यह है कि लोन लेने वाले की मृत्यु होने पर क़र्ज़ चुकाने का बोझ परिवार पर नही पड़ता है.
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लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस करने से टैक्स में भी छूट मिलती है.
लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस का भुगतान कैसे होता है( HOW can we pay premium of loan protection insurance)
लोन का बीमा करते समय बीमा की राशि, उम्र, स्वास्थ्य, लोन की समय अवधी के आधार पर तय होती है. दूसरे बीमा की तरह इसकी भी क़िस्त हर महीने भरी जा सकती है.
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लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस के दौरान इन बातों का ध्यान रखना है जरुरी( pay attention on these things during loan taking process)
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लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस में उसी प्रीमियम को चुनें, जिसमें एक्सिडेंट के साथ दूसरी परिस्तिथियों में लोन लेने वाले की मौत होने पर बीमा का फायदा मिले.
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सभी तरह की विकलांगता को बीमा में कवर किया जाता हो.
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इंश्योरेंस कंपनी की की तरह से दिया जा रहा हो.
इन सभी चीजों के अलावा बीमा कराने से पहले किसी एजेंट से सही जानकारी प्राप्त कर लें.