RFOI Awards 2024: नीतूबेन पटेल के सिर सजा 'रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड का ताज: कृषि उद्यमिता और प्राकृतिक खेती में अद्वितीय योगदान की मिली मान्यता RFOI Awards 2024: युवराज परिहार को MFOI अवार्ड्स 2024 में मिला ‘फ़र्स्ट रनर-अप रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया’ अवार्ड MFOI Award 2024: भारत के प्रगतिशील किसानों का भव्य सम्मान समारोह, कार्यक्रम में सैकड़ों कृषकों ने लिया भाग केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 12 April, 2023 5:44 PM IST
कुत्तों को पालने में रखे ये सावधानियां
कुत्ते को पालने का शौक आज के दौर में बहुत से लोगों का होता है. लेकिन इसको पालने से पहले हमको किन सावधानियों को विशेष तौर पर ध्यान में रखना चाहिए यह जानना बहुत जरुरी हो जाता है. हम अक्सर कोशिश करते हैं कि जब भी कुत्ते को पालें तो उसके पपी (Puppy) को ही पालें. कुत्ते के बच्चे देखने में जितने प्यारे होते हैं उनकी केयरिंग भी उतनी ही जरुरी हो जाती है.

टीके लगवाने का रखें ख्याल

कुत्ते किसी भी नस्ल के हो या फिर वो पपी ही क्यों न हों उनको घर में रखने से पहले टीके जरूर लगवा लेने चाहिए. इससे पपी के साथ ही घर में रह रहे सदस्यों की भी सुरक्षा हो जाती है. क्योंकि  कुत्तों में बहुत ही गंभीर बीमारियां होती हैं जो कुत्तों के साथ-साथ हम लोगों के लिए भी घातक होती हैं.

किस उम्र में लगवाएं टीके

कुत्तों में यह टीके लगने की प्रक्रिया पैदा होने के कुछ ही दिन के बाद शुरू हो जाती है. जब पपी की उम्र तीन महीने से कम होती है तो डोक्टर की सलाह लेने के बाद हर 15 दिन में एक टीका लगता है. तीन महीने के बाद उस पपी को महीने में एक बार और 6 महीने के बाद उसे दो महीने में एक बार टीका लगाया जाता है. एक साल की उम्र के बाद हर 3 महीने में एक टीका लगाया जाता है.
यह भी देखें- किस तरह रखें गर्मियों में अपने डॉग का ध्यान

टीके न लगने पर कौन से हो सकते हैं रोग

कुत्तों को समय से टीके न लगने पर इनमें कई तरह की बीमारियां होती है. केनाइन डिस्टेम्पर, हेपेटाइटिस, पार्वोंवाइरस, रेबीज़ और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी बीमारियों के लिए टीके आवश्यक होते हैं. इनमें लेप्टोस्पायरोसिस बीमारी कुत्तों से इंसानों में भी हो जाती है.

कौन से टीके लगवाने होते हैं जरुरी

कुत्तों में लगने वाले टीकों में सबसे जरुरी टीके कैनाइन डिस्टेंपर (CDV), हेपेटाइटिस, एडीनो वाइरस (CAV), पार्वो वायरस (CPV), लेप्टोस्पायरोसिस Leptospirosis, पैराइन्फ़्लुएन्ज़ा के टीके होते हैं. यह सभी टीके डॉक्टर के परामर्श के बाद आप लगवा सकते हैं.
यह भी देखें- कुत्तों में बीमारी के लक्षण और बचाव, जानिए क्या है आसान तरीके

कुत्तों को टीके के साथ में उनके खानपान का भी विशेष ध्यान रखा जाता है. जिससे इनके स्वास्थ्य पर कोई भी प्रभाव न पड़े.

English Summary: Keep special care in dog rearing know complete information before rearing
Published on: 12 April 2023, 06:00 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now