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Updated on: 21 February, 2022 1:55 PM IST
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
भाषा वो माध्यम है, जिसकी मदद से हम अपनी भावनाएं और विचार एक दूसरे के साथ आसानी से व्यक्त कर सकते हैं. भाषा ना सिर्फ रिश्तों के नींव को रखती है, बल्कि उसको आगे बढ़ाने में भी हमारी मदद करती है.
भाषा के महत्व और उसके सही उपयोग को समझने और समझाने के लिए देश-दुनिया में आज अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (International Mother Language Day) मनाया जा रहा है. भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता को बढ़ाने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए हर साल 21 फरवरी (21 February)को हर साल दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (Matribhasha Diwas) मनाया जाता है.

कहाँ से हुई थी मातृभाषा दिवस की शुरुआत

अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने का विचार सबसे पहले भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश से आया था. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिकवैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के आम सम्मेलन ने 2000 में 21 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया. हर साल इस विशेष दिन को मनाने के लिए यूनेस्को द्वारा एक अनूठी थीम चुनी जाती है.

क्या है इस वर्ष की थीम

साल 2022 का विषय 'बहुभाषी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोगचुनौतियां और अवसर' है. यह बहुभाषी शिक्षा को आगे बढ़ाने और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और सीखने के विकास को मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी की संभावित भूमिका पर केंद्रित है. इस दिन को चिन्हित करने के लिए,संस्कृति मंत्रालय भौतिक और वर्चुअल रूप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) और यूनेस्को नई दिल्ली क्लस्टर कार्यालय के सहयोग से दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है.

भाषा पर सही पकड़ होना बहुत जरुरी है. भाषा ना सिर्फ आपके जीवन शैली को आसान बनाती है, बल्कि आपको एक अलग पहचान भी देती है, लेकिन यह तभी संभव है, जब भाषा के सही रूप को सही जगह पर इस्तेमाल किया जाए. ऐसे में भाषा पर अच्छी पकड़ होना बहुत जरुरी है.

English Summary: International Mother Language Day is being celebrated all over the world
Published on: 21 February 2022, 01:59 PM IST

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