Idli and sambhar: जब भी हल्के और सेहतमंद नाश्ते की बात आती है, तो इडली का नाम जरूर लिया जाता है. यह साउथ इंडियन डिश सिर्फ स्वाद में ही नहीं बल्कि पोषण में भी भरपूर होती है. आमतौर पर नाश्ते में खाई जाने वाली इडली में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट्स, अमिनो एसिड, और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं. साथ ही, इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है, जो हड्डियों और किडनी के लिए फायदेमंद होती है.
आइए इडली की रेसिपी/Idli Recipe और इससे जुड़ी अन्य जरूरी जानकारी यहां जानते हैं...
इडली का इतिहास: कहाँ से आई भारत में यह डिश?
इडली का इतिहास बहुत पुराना माना जाता है. यह 800 से 1200 ईसा पूर्व भारत आई थी. कहा जाता है कि इडली शब्द ‘इडलीग’ से आया है, जिसका उल्लेख प्राचीन कन्नड़ साहित्य में मिलता है. दिलचस्प बात यह है कि इडली की जड़ें इंडोनेशिया से जुड़ी हुई हैं और इसे भारत लाने का श्रेय 'एम. एनियावन' को दिया जाता है, जो प्रसिद्ध ‘मल्लीपू इडली’ चैन के संस्थापक हैं.
इडली दिवस और इसका महत्व
हर साल 30 मार्च को ‘इडली डे’ के रूप में मनाया जाता है. यह दिन इडली प्रेमियों के लिए खास होता है, जब वे अपने पसंदीदा व्यंजन का लुत्फ उठाते हैं और इसकी विभिन्न रेसिपी आजमाते हैं.
इडली की रेसिपी/Idli Recipe
इडली को कई अलग-अलग तरीकों से बनाया जा सकता है. आइए जानते हैं कुछ स्वादिष्ट इडली रेसिपी:
- रवा इडली – सूजी से बनी इडली, झटपट तैयार
- इडली सांभर – क्लासिक कॉम्बिनेशन, जो हर किसी को पसंद आता है
- इडली चाट – कुरकुरी और चटपटी ट्विस्ट
- पौड़ी इडली – तले हुए मसालेदार स्वाद में
- इडली उपमा – इडली को भूनकर बना नया रूप
- ओट्स इडली – हेल्दी और न्यूट्रिशन से भरपूर
सेहत के लिए फायदेमंद
इडली को पचाना आसान होता है, जिससे यह एक हेल्दी ब्रेकफास्ट ऑप्शन बन जाती है. अब जब आप इडली के इतिहास और इसके पोषण से भरपूर लाभों के बारे में जान चुके हैं, तो इसे अपने नाश्ते में शामिल करना न भूलें!
लेखक: रवीना सिंह