Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 17 October, 2023 11:18 PM IST
himachli kala zeera.

हिमाचली काला जीरा एक प्रकार का जीरा है जो हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में उगाया जाता है. यह अपने गहरे काले रंग, मजबूत सुगंध और तीखे स्वाद के लिए जाना जाता है. हिमाचली काला जीरा को जीआई टैग प्राप्त है, जिसका अर्थ है कि यह एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र से आता है जो अपनी विशिष्ट विशेषताओं के लिए जाना जाता है. हिमाचली काला जीरा की उत्पत्ति किन्नौर जिले के ऊंचे पहाड़ों में हुई है. यह क्षेत्र अपनी ठंडी, शुष्क जलवायु के लिए जाना जाता है, जो हिमाचली काला जीरे के उत्पादन के लिए आदर्श है. हिमाचली काला जीरा को जून और जुलाई के महीनों के दौरान फसल के रूप में काटा जाता है.

हिमाचली काला जीरा का उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है, जिसमें दाल, सब्जी, चावल और रोटी शामिल हैं. यह एक बहुमुखी मसाला है जो किसी भी व्यंजन को स्वादिष्ट और सुगंधित बना सकता है. ऐसे में आइये जानते हैं काला जीरा की खासियत के बारे में-

हिमाचली काले जीरे में पाए जाते हैं कई गुण

हिमाचली जीरे में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-डायबिटिक गुण मौजूद होते हैं. हिमाचली काला जीरे का उपयोग पाचन स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा प्रणाली और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है. साथ ही इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है, जिसमें दाल, सब्जी, चावल और रोटी शामिल हैं.

काले जीरे का उपयोग

काले जीरे का उपयोग अक्सर खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. हमेशा दाल में तड़का लगानो हो या जीरा राइस बनाना हो उन सभी चीजों में जीरे का उपयोद किया जाता है. काला जीरे का भी उपयोग बाकी अन्य जीरे की तरह ही करते हैं. इसके भी उपयोग से खाने के कई व्यंजनों का स्वाद बढ़ जाता है. यही वजह है कि आज काले जीरे की डिमांड अपने देश के साथ-साथ कई अन्य देशों से भी है.

इसे भी पढ़ें : Sojat Mehndi : सोजात मेंहदी है दुनिया भर में मशहूर, जानें क्यों है इसकी इतनी डिमांड

काले जीरा स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद

काला जीरा जितना खाने के व्यंजनों का स्वाद बढ़ाता है उससे कहीं ज्यादा इसमें स्वास्थ्य के लिए औषधीय गुण भी पाएं जाते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी ही फायदेमंद हैं. जैसे- काला जीरा के नियमित सेवन करने से पाचन जैसी समस्या से निजात पाया जा सकता है. काले जीरे को पानी में उबाल कर पीने से कब्जित जैसी बीमारी दूर होती है. काला जीरा हमारे शऱीर के प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.

 काला जीरे का उपयोग –

  • पेट दर्द की समस्या होने पर
  • सिर चक्कर खाने पर
  • पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में
  • त्वाचा संबंधित समस्या को तुरंत दूर करता है.
English Summary: himachali black cumin himachli kala zeera health benefits medicinal properties in himachali black cumin
Published on: 18 October 2023, 11:55 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now