अगर आपके घर में भी कोई ना कोई व्यक्ति बीमारी से ग्रस्त होकर डॉक्टर के पास बार-बार जाता है, तो आप इन छोटी सी टिप्स को अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.
आपको बता दें कि औषधीय पौधे आयुर्वेद का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा हैं . इनका इस्तेमाल कई खतरनाक बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है. इसी कारण से डॉक्टर भी घर में इन औषधीय पौधों को लगाने की भी सलाह देते हैं. ताकि आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सके. तो आइए इस लेख में कुछ औषधीय पौधे (medicinal plants) के बारे में जानते हैं, जिन्हें घर में लगाने से आप कई बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं...
लैवेंडर (lavender)
लैवेंडर पौधे का इस्तेमाल ज्यादातर अरोमाथेरेपी में किया जाता है. इसके उपयोग से व्यक्ति को त्वचा में हल्की जलन महसूस हो सकती है. इसे हार्मोन में उतार-चढ़ाव होता है. यह पौधा मूड को बहुत अधिक प्रभावित करता है. जिससे व्यक्ति की चिंता दूर होती है.
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कैमोमाइल (chamomile)
कैमोमाइल के पौधे में एंटी एंजाइटी गुण पाए जाते हैं. यह भी कहा जाता है कि औषधि पौधों (medicinal plants) में यह सबसे अधिक सेफ और पॉवरफुल है. इसका इस्तेमाल तरल पदार्थ, कैप्सूल या फिर टैबलेट बनाने के लिए किया जाता है. एंग्जाइटी डिसऑर्डर के इलाज के लिए यह पौधा बेहद फायदेमंद है.
अलसी (Linseed)
अलसी के पौधे को एक सुरक्षित पौधा माना जाता है. इस पौधे के इस्तेमाल से व्यक्ति ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी बीमारी को दूर कर सकता है. लेकिन ध्यान रहे कि कभी भी अलसी के बीज को कच्चे ना खाएं, क्योंकि इसके बीज जहरीले होते हैं. अलसी के बीज महिलाओं में एस्ट्रोजन के उत्पादन (production of estrogen) को प्रभावित करते हैं.
टी-ट्री ऑयल (tea tree oil)
टी-ट्री ऑयल के पौधे (tea tree oil plants ) को कई गुण के लिए लाभकारी माना जाता है. इसके इस्तेमाल से एथलीट फुट, छोटे घाव, कीड़े के काटने या त्वचा सम्बंधित समस्या में सुधार होता है. देखा जाए तो इसका उपयोग असेंसिशल ऑयल (essential oil) के रूप में अधिक किया जाता है. इसका ज्यादा सेवन व्यक्ति के हार्मोन को प्रभावित करता है.