खरीफ सीजन में बढ़ानी है फसल की पैदावार, मई महीने में जरूर करें ये काम, कम खर्च में मुनाफा होगा डबल सिर्फ 10 एकड़ में 180 प्रकार की विभिन्न फसलें उगाकर अच्छी मोटी कमाई कर रहे अजय जाधव, पढ़ें इनकी संघर्ष की कहानी Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Top Agriculture Business Ideas: कृषि क्षेत्र के कम निवेश वाले टॉप 5 बिजनेस, मिलेगा बंपर मुनाफा! Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 9 February, 2019 4:39 PM IST

फरवरी माह काफी उल्लास भरा और खुशनुमा माह होता है क्योंकि एक तो यह महीना 28-29 दिनों का होता है और दूसरा, इस महीने में युवा कई ख़ास दिन भी मनाते हैं. यह साल में सबसे छोटा महीना होता है. इस महीने को लोगों का मनचाहा महीना भी कहते हैं. इसी महीने में बसंत पंचमी का पर्व भी आता है. वसंत पंचमी का एक ख़ास महत्व होता है. हिन्दू धर्म में इस दिन लोग सरस्वती माता की पूजा करते हैं. सरस्वती माता को विद्या की देवी का दर्ज़ा दिया गया है. वसंत पंचमी के दिन लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं.

बसंत पंचमी की पूरी कथा

कहा जाता है कि जब भागवन विष्णु ने ब्रह्मा जी को पूरी सृष्टि रचने की आज्ञा दी तो ब्रह्मा जी ने देखा कि संसार में तो हर तरफ सन्नाटा, सुनसान निर्जन ही दिखाई दे रहा है. इसकी वजह से फैली उदासी और मलीनता आदि को दूर करने के लिए ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से जल निकाला  और उस जल को जमीन पर छिड़का. जब उस जल की बूंदे धरती पर गिरीं तो पेड़ों से एक शक्ति उत्पन्न हुई. जो अपने दोनों हाथों से वीणा बजा रही थी और उसके हाथों में पुस्तक थी. उसने माला धारण की हुई थी फिर उस शक्ति ने संसार के जीवों को वाणी दान की इसलिये उस देवी को सरस्वती का नाम दिया गया. सरस्वती वाणी, बुद्धि और विद्या की देवी कहलाती है. इसलिये बसंत पंचमी के दिन हर घर में सरस्वती की पूजा  की जाती है. बसंत पंचमी का दूसरा नाम ही सरस्वती पूजा है. होली की शुरुआत भी बसंत पंचमी वाले दिन से ही होती है. इस दिन से ही पहली बार गुलाल उड़ाना शुरू कर देते हैं.

ध्यान देने योग्य बातें

वसंत पंचमी के दिन पूजा करते समय पीले या फिर सफेद कपड़े पहनें.

सरस्वती माता की पूजा उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके करें.

इस दिन काले और लाल कपड़े पहनने से परहेज करें. 

इस दिन में दही, खीर, आदि चीज़ों को अर्पित करें

माँ सरस्वती के मूल मंत्र "ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः" का जाप करें.

English Summary: Do you know what special on basant panchmi 2019
Published on: 09 February 2019, 04:46 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now