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Updated on: 22 June, 2023 11:14 AM IST
19 साल बाद सावन में बन रहा खास संयोग

सावन का महीना शुरु होने में अब चंद दिन ही बाकी रह गए हैं. इस महीने को काफी शुभ माना जाता है. क्योंकि सावन में भव्य तरीके से भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है. लाखों की तादाद में भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कांवड़ यात्रा भी निकालते हैं. इस महीने का लोग हर साल बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं. मान्यता है शिवलिंग पर श्रावण में हर सोमवार को जल चढ़ाने से भगवान शिव भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं. साथ ही वह भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते हैं. बता दें कि इस साल का सावन बहुत खास हैं. क्योंकि 19 साल बाद सावन में ऐसा संयोग बन रहा है. आइए, जानें कैसे है यह सावन खास.

इस दिन से शुरू हो रहा सावन

इस साल सावन 4 जुलाई से शुरू हो रहा है. वहीं, 31 अगस्त को यह समाप्त होगा. इसका मतलब है कि इस साल सावन 59 दिनों तक रहेगा. पंचांग की मानें तो 19 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है. इस साल कुल आठ श्रावणी सोमवार पड़ रहे हैं. इससे साफ है कि भक्तों को भगवान शिव और माता पार्वती की भक्ति में लीन रहने के लिए पूरे दो महीने का समय मिलेगा. वहीं, इस साल सावन में अधिकमास 18 जुलाई से शुरू हो रहा है. वहीं, 16 अगस्त को यह खत्म हो जाएगा.

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12 ज्‍योतिर्लिंगों का दर्शन

सावन महीने में भगवान शिव के 12 ज्‍योतिर्लिंगों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. लोग दूर-दूर से दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं. माना जाता है कि 12 ज्‍योतिर्लिंगों में से एक भी ज्‍योतिर्लिंग का दर्शन हो जाए तो भक्तों की सारी मनोकामना पूरी हो जाती हैं.

12 ज्‍योतिर्लिंगों में सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, केदारनाथ ज्योतिर्लिंग, भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग, वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग, घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग शामिल हैं.

English Summary: devotees be blessed with Shiva and Gauri after 19 year rare coincidence
Published on: 22 June 2023, 11:22 AM IST

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