सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 19 May, 2022 5:19 PM IST
Best places to visit under 5000

कौन कहता है कि हर बार यात्रा करना महंगा होता है! हम आपके लिए लेकर आए हैं देश की ऐसी 6 बेहतरीन जगहें जहां आप मात्र 5 हजार रुपये में सफर कर सकते हैं. इस रुला देने वाली गर्मी और भीड़-भाड़ से दूर इन जगहों पर आपको कुदरत और इतिहास की सुंदरता साफ नजर आयेंगी.

Shivpuri

अत्यधिक पर्यटन से बेदाग और हरा-भरा, शिवपुरी ऋषिकेश से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटा सा गांव है. ये भारत के सबसे संरक्षित और वास्तविक हिल स्टेशनों में से एक माना जाता है. यहां लोग कैंपिंग और राफ्टिंग करने आते है, क्योंकि ये गांव पवित्र गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है. आपको यहां से ऋषिकेश तक राफ्टिंग की सुविधा भी मिलती है.

Lansdowne

अगर आप प्राकृतिक खूबसूरती से रूबरू होना चाहते हैं तो आपके लिए उत्तराखंड का लैंसडाउन एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है. ये जगह राजधानी दिल्ली से मात्र 250 किमी की दूरी पर स्थित है. यहां पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका लैंसडाउन से 50 किमी दूर कोटद्वार के लिए एक बस में सवार होना और फिर एक स्थानीय बस से वहां पहुंचना है. जिससे आपका खर्च काफी हद तक कम हो जाएगा. ऐसे में अगर आपको भी इस खतरनाक गर्मी में भीड़-भाड़ से दूर और ठंडी वार्दियों का मजा लेना है तो लैंसडाउन जाकर आप एकांत में प्रकृति का मजा ले सकते हैं.   

Binsar

बिनसर शहर अपने वन्यजीव अभयारण्य की वजह से प्रसिद्ध है. यहां से भी आप प्राकृतिक खूबसूरती को करीब से देख सकते हैं. ये शहर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगभग 9 घंटे की दूरी पर है. यहां पहुंचने का सबसे आसान और सस्ता तरीका दिल्ली से ट्रेन लेना है, जो बिनसर के निकटतम रेलवे स्टेशन तक आपको पहुंचाएगी. इसके बाद फिर वहां से लोकल बस आपको लेना होगा. ट्रेन और बस दोनों को मिलाकर आपको वहां तक पहुँचने में एक तरफ से लगभग 1500 रुपए लगेगा.

ये भी पढ़ें:बिहार के इस गांव में नहीं है कोई बेरोजगार, महिलाएं देती हैं पुरुषों को रोज़गार

Kasol

कसोल में शानदार प्राकृतिक सुंदरता है, जो अपने ट्रेकिंग ट्रेल्स के लिए प्रसिद्ध हिल स्टेशनों में से एक है. हिमाचल प्रदेश की पार्वती नदी के किनारे बसा हुआ गांव कसोल कुल्लू से महज 40 किलो-मीटर की दूरी पर स्थित है. कसोल एडवेंचर प्रेमियों के लिए बेहद खास है. ये चारो ओर से पहाड़ों से घिरे हुए होने के कारण बेहद ही खूबसूरत लगता है.

Hampi

अगर आपकी रूचि इतिहास को जानने में है और आप ऐसी ही किसी जगह घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हंपी आपके लिए अच्छा और बेहतर विकल्प हो सकता है. कर्नाटक में तुंगभद्रा नदी के दो किनारों पर स्थित, हम्पी एक प्राचीन शहर है, इसका जिक्र रामायण में भी किया गया है. यदि आप बेंगलुरू के आसपास कहीं भी हैं तो एक बैकपैकर्स के साथ आप वीकेंड पर हम्पी के लिए निकल सकते है.

McLeod Ganj

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मशहूर पर्यटक स्थल मैकलॉडगंज में कुदरत का ऐसा अनोखा नजारा देखने को मिलता है जो आपने मन को मोहित कर देता है. यहां आपको पर्वत श्रृंखला की ऊंची-नीची चोटियां, उनके ऊपर जमकर पिघल चुकी बर्फ और चट्टानों पर खड़े चीड़ और देवदार के हरे-भरे पेड़ कुदरत की हर सुंदरता से रूबरू करवा देता है. ऐसे में यदि आप दिल्ली में या उसके आसपास हैं और वीकेंड के लिए शहर के शोर-शराबे से दूर जाने के लिए उत्सुक हैं, तो मैक्लोडगंज एक बढ़िया विकल्प है.

English Summary: Cheapest Hill Station: These 6 cool places away from the crowd visited in just 5000 in summer
Published on: 19 May 2022, 05:33 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now