अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 20 November, 2019 2:51 PM IST

कीटनाशक और उर्वरक कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. बढ़ती दुनिया की आबादी के लिए भोजन की मांग को पूरा करने के लिए  कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग जरूरी भी हैं. इसी समय उर्वरकों का व्यापक उपयोग एक गंभीर समस्या पैदा कर रहा है. भारत में  घातक कीटनाशकों के उपयोग 30 प्रतिशत से भी ज्यादा किया जाता है. इस पर केंद्रीय समिति (central committee) ने 66  कीटनाशकों के उपयोग की समीक्षा की थी और तकरीबन 40  कीटनाशकों के प्रतिबंध की सिफारिश की थी, और 2020  के अंत तक बाकी पर प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया अभी भी जारी है. र्यावरण - प्रणाली और मानव जीवन पर इसके उपयोग से गंभीर प्रभाव पड़ता है नतीजतन कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं. कुछ कीटनाशकों की वजह से तत्काल में परिणाम हल्के दिखाई देते हैं, लेकिन यह आगे चलकर स्वास्थ्य लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है. तो आइये आज हम आपको कुछ प्रतिबंधित कीटनाशकों के नाम बताते है -  

1. बेनामिल (Benomyl)

बेनामाइल एक कवकनाशी कीटनाशक है. यह मिट्टी में अच्छी तरह से मिश्रित होता है और पानी में नहीं घुलता है. इसका उपयोग फलों, सब्जियों पर कवक रोग के नियंत्रण के किया जाता हैं.

2. कार्बरील (Carbaryl)

कार्बेरिल कीटनाशक में इस्तेमाल होने वाला एक रसायन है. यह देखने में सफेद क्रिस्टलीय और ठोस होता है. कार्बेरिल कीटों के लिए विषाक्त है और यह कीड़ों को मारता है.

3. डायज़िनॉन ( Diazinon)

यह एक ऐसा कीटनाशक है जिसका उपयोग कृषि में फलों, सब्जियों, अखरोट की फसलों पर कीटों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है. इसका उपयोग घरेलू कीड़े, लॉन और उद्यान कीट नियंत्रण के लिए किया जाता है. यह मानव शरीर के लिए खतरनाक है.

4. फेनारिमोल (Fenarimol)

फेनारिमोल एक कवकनाशी है जिसका उपयोग सजावटी पौधों पर किया जाता है. यह स्तनधारियों और पक्षियों के लिए कम विषैला है, लेकिन मछली और डॉल्फ़िन के लिए अत्यधिक विषैला है.

5. लिनुरन ( Linuron)

यह सोयाबीन जैसी फसलों के विकास के लिए उपयोग किया जाता है. यह जानवरों के लिए काफी घातक कीटनाशक माना गया है.

6. मिथाइल पैराथियान (Methyl Parathion)

दुनिया भर के लगभग सभी देशों में मिथाइल पैराथियान को बिक्री की अनुमति नहीं है. इसका उपयोग कपास सहित फसलों पर कीटनाशक के रूप में किया जाता है. यह एक अत्यंत खतरनाक रसायन है.

7. मेथोक्सी इथाइल मरक्यूरिक क्लोराइड (Methoxy Ethyl Mercuric Chloride)

इस रसायन के पंजीकरण, आयात, निर्माण, परिवहन, बिक्री पर रोक है और इसके उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है.

8. सोडियम साइनाइड (Sodium Cynaide)

इसका उपयोग अवैध साइनाइड मछली पकड़ने में व्यापक रूप से किया जाता है. इसका आवेदन खनन उद्योग में भी देखा जा सकता है, इसमें धातुओं का उपयोग उच्च मात्रा में किया जाता है. जोकि  मानव शरीर के लिए काफी खतरनाक है.

9. ट्राइफ्लुरेलिन (Triazaphos)

आमतौर पर इसे मिट्टी में मिलाकर खरपतवारों की वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है. लेकिन ये रसायन मानव शरीर के साथ - साथ जानवरों के लिए बहुत खतरनाक है.

10. फॉस्फमिडॉन (Phosphamidon )

यह कीटनाशक है, जो स्तनधारियों के लिए अत्यधिक जहरीला है और डब्ल्यूएचओ द्वारा खतरनाक कीटनाशको में सूचीबद्ध है.

इसके अलावा और भी ऐसे कीटनाशक है जो भारत में पूरी तरह प्रतिबंध है. जैसे – फोरेट (Phorate), फेंथियन (Fenthion), अलाक्लोर (Alachlor), ट्राइक्लोरोफोर्न (Trichiorfon), थियोमेटोन (Thiometon), डाइक्लोरोवास (Dichlorvos) , ट्राइडमोर्फ (Tridemorph) और फेथिओन (Fenthion) आदि.

English Summary: Banned Pesticides list: names of pesticides banned in India and their harm
Published on: 20 November 2019, 02:51 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now