PM Kisan: इन किसानों को नहीं मिलेगा पीएम किसान योजना का लाभ, जारी होने वाली है 20वीं किस्त Tarbandi Yojana 2025: खेतों की तारबंदी के लिए किसानों को मिल रही 80% सब्सिडी, जानें शर्तें और आवेदन प्रक्रिया बिजनेस शुरू करने का सुनहरा मौका, जमीन खरीदने पर राज्य सरकार देगी 80% सब्सिडी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ Diggi Subsidy Scheme: किसानों को डिग्गी निर्माण पर मिलेगा 3,40,000 रुपये का अनुदान, जानें कैसे करें आवेदन फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Tarbandi Yojana: अब 2 बीघा जमीन वाले किसानों को भी मिलेगा तारबंदी योजना का लाभ, जानें कैसे उठाएं लाभ? Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 4 January, 2023 12:08 PM IST
महंगी जड़ी बूटियां

जड़ी- बूटियां अपने सुगन्धित और औषधीय गुणों के कारण जानी जाती हैं. इनका इस्तेमाल स्वाद, सुगंध, दवा और भोजन आदि बनाने के लिए किया जाता है. यह मसाले के साथ-साथ अपने औषधिय गुणों के लिए भी जानी जाती हैं. जड़ी-बूटियाँ, पौधों के हरे पत्ते या फूलों वाले हिस्से को संदर्भित करती हैं, जबकि मसाले पौधे के अन्य भाग जैसे की बीज, छोटे फल, छाल और जड़ आदि शामिल होते हैं.

सुपर नेगीन केसर

सुपर नेगीन केसर दुनिया की सबसे मंहगी जड़ी बूटी है. यह केसर दुनिया का सबसे महंगा मसाला भी है, यह जड़ी बूटी लाल रंग की होती है. केसर अपने स्वास्थ्य लाभकारी गुणों के कारण जाना जाता है. यह 3,500 साल पहले से प्राचीन फारस और ग्रीस जैसै देशों में उपयोग किया जाता रहा है. यूरोपिय देशों में  इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल 1,000 के दशक से दवा बनाने के साथ-साथ इत्र और रंग बनाने में भी किया जाता रहा है. दुनिया की इस उच्चतम गुणवत्ता वाले केसर की कीमत लगभग 90 डॉलर प्रति औंस हैं.

वायलेट फूल

वायलेट फूल ईरान के उत्तरी भाग के पहाड़ों पर पाया जाता है. पहाड़ो पर उच्च आर्द्रता होती है जो इस जड़ी बूटी के विकास के लिए अनुकूल वातावरण माना जाता है. सौन्दर्य-प्रसाधन से लेकर हर्बल गुणों के लिए इसका उपयोग किया जाता है. इसे विशेष रुप से बवासीर के इलाज के लिए भी उपयोग किया जाता है. इसका उपयोग बेकरी उद्योग में भी किया जाता है. चाय, स्नैक्स, केक आदि में अच्छे रंग और मीठा स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है.बाजार में इसकी कीमत 6 डालर प्रति औंस है. 

पिप्पली 

पिप्पली एक ऐसी जड़ी-बूटी है जिसका स्वाद काफी मधुर और मीठा होता है. इसे लंबी काली मिर्च के रूप में भी जाना जाता है. इसका उत्पादन भारत से काफी मात्रा में होता है, इसके अलावा यह थाईलैंड और इंडोनेशिया में भी प्रचलित है. भारत में यह वैकल्पिक औषधीय के रूप में उपयाोग की जाती है. यह पौधे मसालेदार स्वाद और औषधीय गुणों दोनों के लिए जाना जाता है.

ये भी पढ़ेंः  दुनिया की 5 सबसे लाभदायक फसलें, 1 एकड़ भूमि में सरलता से उगाए, पढ़ें पूरी जानकारी

रूमी मस्तगी

रूमी मस्तगी को अक्सर आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक औषधीय जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है. इसकी गोंद को मैस्टिक के पेड़ से इकट्ठा किया जाता है. इसे पिस्ता लेंटिस्कस के नाम से भी जाना जाता है. रूमी मस्तगी हल्के पीले रंग की होती है और स्वाद में शहद की तरह मीठी होती है. इनमें एक रोगाणुरोधी, जीवाणुरोधी, एंटिफंगल, एंटीकैंसर, एंटी-गठिया और हाइपोटेंशन जैसी बीमारियों के उपचार में शामिल किया जाता है. बाजार में इसकी कीमत 4.26 डॉलर प्रति औंस है.

English Summary: 4 most expensive herbs in the world
Published on: 04 January 2023, 12:15 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now