भारत के लुधियाना शहर में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर ट्री (world's largest solar tree) को स्थापित किया गया. इस बेहतरीन सोलर ट्री (best solar tree) को काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंस्ट्रीयल रिसर्च (सीएसआइआर), सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमईआरआइ) और सेंटर आफ एक्सीलेंस फॉर फार्म मशीनरी गिल रोड के वैज्ञानिकों ने 309.83 वर्ग मीटर में तैयार किया है.
जो कि विश्व में सबसे बड़ा सोलर ट्री बताया जा रहा है. इस सोलर ट्री से हर साल लगभग 60 हजार यूनिट क्लीन व ग्रीन एनर्जी तक तैयार कर सकते हैं. आपको बता दें कि सोलर ट्री (solar tree) को एक बेहतरीन पेड़ के आकार का बनाया गया है. इसे इस तरह बनाना का मुख्य कारण है कि प्रत्येक सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी) पैनल को सूरज की अधिक से अधिक रोशनी यानी ऊर्जा प्राप्त कर सके. जिस तरह से एक पेड़ सूरज की रोशनी में अधिक ऊर्जा के साथ वृद्धि करता है, ठीक उसी प्रकार से इसे बनाया गया है. मगर यह सोलर ट्री बिना धूप के भी बिजली पैदा करने में सक्षम है.
जानकारी के मुताबिक, इस सोलर ट्री को सीएसआइआर, सीएमईआरआइ दुर्गापुर के डायरेक्टर प्रोफेसर हरीश हिरानी के नेतृत्व में सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट अश्विनी कुमार कुशवाहा, डा. मलाया करमाकर और प्रिंसिपल साइंटिस्ट एचपी इक्कुर्ति की टीम ने मिलकर तैयार किया है. इस ट्री को बनाने में संस्थान को करीब 9 महीने का समय लगा है और इसे बनाने में लगभग 40 लाख रुपए खर्च हुए.
अगर हम सोलर ट्री के फीचर्स (Features of Solar Tree) की बात करें, तो इसमें 53.7 किलोवाट की क्षमता है. साथ ही यह ट्री रोज लगभग 160-200 यूनिट तक एनर्जी पैदा कर सकता है. वहीं साल में यह सोलर ट्री लगभग 60 हजार यूनिट ग्रीन एनर्जी पैदा करेगा. बता दें कि इस बेहतरीन सोलर ट्री को 21 जनवरी 2022 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल किया गया था.
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सोलर ट्री का खासियत (Features of Solar Tree)
- इस सोलर ट्री की लाइफ लाइन 25साल तक है.
- इस ट्री में करीब 7किलोवाट तक ऊर्जा की क्षमता है.
- इसके अलावा इसमें 200यूनिट तक बिजली प्रतिदिन देगा.
- इस सोलर ट्री में 335वाट वाले 160 पैनलों को एक साथ जोड़कर बनाया गया है.
- इस सोलर ट्री के उपयोग से ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने में बेहद मदद मिलेगी.
- यह सोलर ट्री लगभग 7 फीट से अधिकतम 13 फीट तक है.
किसानों के लिए कैसे लाभदायक (How beneficial for farmers)
देश के किसानों को सोलर ट्री का बहुत फायदा पहुंचेगा. इसे बिजली की अधिक मात्रा में बचत होगी. इस सोलर ट्री में किसान बड़े से बड़े एग्रीकल्चर पंप को आसानी से लगा सकते हैं. देश के इस सोलर ट्री को भारत के लुधियाना शहर में स्थापित किया गया है. जिसके चलते लुधियाना दुनिया का सबसे बड़ा सोलर ट्री बन गया है. इसे पहले सीएसआइआर-सीएमईआरआइ के परिसर में 67 वर्ग मीटर में 11.5 किलोवाट सोलर ट्री को पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में स्थापित किया गया था.