वर्ल्ड स्पाइस कांग्रेस विश्व मसाला उद्योग सबसे बड़ा समूह है. यह पिछले तीन दशकों से मसाला कृषकों और व्यापारियों को क्षेत्र में प्रगति के लिए विचार-विमर्श करने का मंच देता है. इस वर्ष सम्मेलन देश में है इसलिए ये कार्यक्रम उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार के नेतृत्व में आयोजित किया जाएगा. भारतीय मसाला बोर्ड अभी से कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में जुट गया है.
14वां संस्करण इसलिए रहेगा खास
वर्ल्ड स्पाइस कांग्रेस (डब्ल्यूबीसी) में G20 देशों के व्यापार मंत्री, उद्योग संघ, नियामक अधिकारी और आयात-निर्यात से जुड़े प्रमुख देशों के मसाला व्यवसायी शामिल होंगे. 14वें संस्करण में केवल विश्व में पैदा होने वाली मसालों की उन्नत किस्मों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. कांग्रेस एक स्पाइस एक्सपो का आयोजन भी करेगी. प्रदर्शनी में भारतीय मसाला उद्योग की प्रोडक्शन चेन, हेल्थ सेक्टर, एक्सपेरीमेंट और नवाचारों के साथ मॉर्डन स्पाइस इंडस्ट्री मॉडल को प्रदर्शित किया जाएगा. सम्मेलन में 50 देशों की मसाला उत्पादों की प्रदर्शनियां और इन देशों के 1000 प्रतिनिधियों के प्रतिभाग करने की संभावना है.
ये भी पढ़ें: COFFEE FAIR : महिला किसानों के प्रोत्साहन के लिए ‘विमेन कॉफी अलायंस’ करेगा दो दिवसीय कॉफी मेला का आयोजन
वर्ल्ड स्पाइस कांग्रेस के 14वें संस्करण की ये रहेगी थीम
मुंबई के कार्यक्रम के लिए वर्ल्ड स्पाइस कांग्रेस ने इस वर्ष की थीम ‘विज़न 2030: स्पाइस’ (स्थिरता-उत्पादकता-नवाचार-सहयोग-उत्कृष्टता और सुरक्षा) रखी है. स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया ने बताया है कि दुनिया के मसाला उत्पादक देशों में भारत टॉप है. हम विश्व बिरादरी का इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं. सम्मेलन का आयोजन 16-18 फरवरी के बीच सीडको कन्वेंशन सेंटर, नवी मुंबई में होगा.