Mahindra Tractors ने अप्रैल 2024 में बेचे 37,039 ट्रैक्टर्स, निर्यात बिक्री में 23% की वृद्धि IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित LPG Price Cut: महंगाई से बड़ी राहत! घट गए एलपीजी सिलेंडर के दाम, जानें नए रेट Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 7 May, 2021 5:23 PM IST
Coronavirus

इस समय भारत में कोरोना का कहर अपने चरम पर पहुंच चुका है. संक्रमितों की संख्या अपने पूर्ववर्ती रिकॉर्डों को ध्वस्त कर लोगों को खौफजदा करने में जुटी है. बीते दिनों यहां संक्रमण के मामले 4 लाख के पार पहुंचे हैं. मौत के आंकड़ों में भी काफी उछाल दर्ज की जा रही है. इसके उलट, उन देशों में जहां पहले कभी कोरोना से स्थिति भयावह थी, वहां अब आहिस्ता-आहिस्ता हालात दुरूस्त होते जा रहे हैं. यहां संक्रमण के मामलों में कमी दर्ज की जा रही है, तो वहीं मौत के आंकड़े भी कम होते जा रहे हैं. अब ऐसे में सवाल है कि आखिर भारत में क्यों हालात बेकाबू हो चुके हैं?  

जरा डालिए इन आंकड़ों पर नजर

वहीं, अगर दुनियाभर में कोरोना से दुरूह हो चुके हालातों पर नजर डालें, तो पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते संक्रमण के मामलों में 15 फीसद तक कमी आई है. मौत के आंकड़ों में भी कमी आई है. इसके उलट पूरी दुनिया में कोरोना से होने वाली मौत के 25 फीसद मामले भारत के बताए जा रहे हैं. निसंदेह यह भारत के संदर्भ में बहुत ही खतरनाक स्थिति है.

जानिए कुल संक्रमण के मामले

इसके साथ ही अगर दुनिया के अन्य देशों में कोरोना के कहर की बात करें, तो पूरी दुनिया में कुल संक्रमण के मामले 57,02,089  सामने आए हैं, जबकि पिछले हफ्ते कुल संक्रमण के 57,86,429 मामले सामने आए थे. इससे जाहिर होता है कि पूरी दुनिया में संक्रमण के मामलों में कमी आई है. चलिए अब हम आपको बताते हैं कि आखिर किन देशों में संक्रमण के मामलों में कमी आई है. कोरोना से संबंधित जानकारी देने वाली वेबसाइट worldometer.info के मुताबिक, अमेरिका में कुल संक्रमण के मामलों में 15 फीसद तक की कमी आई है. वहीं, ब्रिटेन में भी संक्रमण के मामलों में कमी आई है. यहां मौत का आंकड़ा भी कम हुआ है, जिससे अब यहां के लोग राहत की सांस लेते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में कल तक मायूस रहने वाले लोगों के चेहरे अब यहां खिलते दिख रहे हैं.

इस तरह से अगर आप देखेंगे, तो अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और इटली समेत कई यूरोपीय देशों में संक्रमण के मामलों में कमी आई है. बता दें कि यह वे देश रहे हैं, जहां संक्रमण के मामलों में काफी इजाफा देखने को मिला था. एक वक्त ऐसा भी था, जब यहां कोरोना का कहर अपने चरम पर पहुंचकर लोगों को अपने आवेश में लेने पर आमादा हो चुका था. वहीं, अब जब यहां कोरोना के मामलों में कमी आ रही है, तो लोग राहत की सांस लेते हुए नजर आ रहे हैं, मगर इस बीच लगातार चिंता इस बात को लेकर बनी हुई है कि आखिर जब दुनिया के कई देशों में संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है, तो भला भारत में आखिर कोरोना का कहर क्यों शबाब पर पहुंचा हुआ है?

हो सकता है कि हमारा यह लेख पढ़ने के बाद आपके जेहन में यह सवाल उठा हो, तो अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इस संदर्भ में बड़ा खुलासा करते हुए साफ कर दिया है कि हमने भारत समेत ब्राजील को कोरोना की दूसरी लहर की जानकारी काफी पहले ही दे थी, मगर अफसोस वो इसे लेकर उदासीन बने रहे, जिसका नतीजा है कि आज भारत में तेजी से कोरोना की दूसरी लहर लोगों को मौत के मुंह में ढकेल रही है.

बहरहाल, भारत में बेकाबू हो चुके कोरोना के कहर को काबू में करने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इस दिशा में कई राज्य लॉकडाउन की मार भी झेल रहे हैं. वहीं, अब इस बात की आशंका जताई जा रही है कि अब पूरे देश में कहीं लॉकडाउन न लग जाए. इसे लेकर लगातार केंद्र सरकार पर दबाव भी बना हुआ है, मगर वर्तमान में केंद्र सरकार ने राज्यों के पाले मे गेंद डाल दी है. केंद सरकार ने साफ कह दिया है कि राज्य सरकार अपने यहां के मौजूदा हालातों को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन लगाने का फैसला ले सकती है.

English Summary: why a lot of people are infecting by coronavirus in india only
Published on: 07 May 2021, 05:42 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now