RFOI Award 2025: UP के सफल किसान मनोहर सिंह चौहान को मिला RFOI अवार्ड, अजय मिश्र टेनी ने किया सम्मानित RFOI - First Runner-Up: सफल किसान लेखराम यादव को MFOI Awards 2025 में मिला RFOI-फर्स्ट रनर-अप अवार्ड, अजय मिश्र टेनी ने किया सम्मानित RFOI Award 2025: केरल के मैथ्यूकुट्टी टॉम को मिला RFOI Second Runner-Up Award, 18.62 करोड़ की सालाना आय से रचा इतिहास! Success Story: आलू की खेती में बढ़ी उपज और सुधरी मिट्टी, किसानों की पहली पसंद बना जायडेक्स का जैविक समाधान किसानों के लिए साकाटा सीड्स की उन्नत किस्में बनीं कमाई का नया पार्टनर, फसल हुई सुरक्षित और लाभ में भी हुआ इजाफा! Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 26 July, 2022 2:17 PM IST
गेहूं का स्टॉक (wheat stock)

भारत सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से देश में गेहूं के स्टॉक में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है, लेकिन देखा जाए, तो गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने के बाद देश के किसानों की आय पर भी असर देखने को मिला है.

आपको बता दें कि इन सब के बीच देश में अगले वित्त वर्ष की शुरुआत में एफसीआई के गोदामों में गेहूं का स्टॉक (wheat stock) लगभग 134 लाख टन से अधिक रहने की आशंका जताई जा रही है, जो कि 80 प्रतिशत तक मानदंड से अधिक है. इसी सिलसिले में हाल ही में राज्यसभा में मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि 1 जुलाई 2022 तक देश में गेहूं का केंद्रीय पूल स्टॉक खाद्यान्न भंडारण मानदंडों से कहीं ज्यादा अधिक हो सकता है.

इसके अलावा उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी है कि भारतीय खाद्य निगम (FCI)  और राज्य सरकार की एजेंसियों में 275.80 लाख टन के स्टॉकिंग मानदंड के तहत देखा जाए, तो केंद्रीय पूल में लगभग 285.10 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष 2022-23 में गेहूं की खरीद लगभग 188 लाख टन तक हुई है.

अब तक 70 लाख टन गेहूं का निर्यात (So far 70 lakh tonnes of wheat has been exported)

गोयल का यह भी कहना है कि देश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (Prime Minister Garib Kalyan Anna Yojana) और सार्वजनिक वितरण प्रणाली की जरूरतों को पूरा करने के बाद भी अगले साल तक गेहूं का स्टॉक करीब 134 लाख टन तक होगा.

बता दें कि सरकार की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में लगभग 80 करोड़ परिवार को प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न वितरित किया जाता है. अप्रैल 2020 में शुरू की गई इस मुफ्त राशन योजना को इस साल के सितंबर तक और आगे बढ़ा दिया है.

देखा जाए, तो देश में आगे साल के लिए पीडीएस और अन्य कल्याणकारी योजनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए भी खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार मौजूद है.  इसी क्रम में भारत ने इस साल 2021-22 में 70 लाख टन गेहूं का निर्यात भी कर चुकी है.

सरकार देश की खाद्य सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध (Government is committed to the food security of the country)

गोयल ने यह भी कहा है कि भारत सरकार (Indian government) पहले देश की खाद्य सुरक्षा की सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और साथ ही पड़ोसी व अन्य कमजोर विकासशील देशों का भी समर्थन करती है, लेकिन सरकार ने 13 मई 2022 को गेहूं के निर्यात पर निलंबित लगा दिया था.

इसके बाद गेहूं की सभी किस्मों (all varieties of wheat) के निर्यात को मुक्त से निषिद्ध श्रेणी में परिवर्तित कर दिया गया. जिससे घरेलू बाजार में गेहूं की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाई जा सके.

English Summary: Wheat stock likely to be up to 80% in 2023
Published on: 26 July 2022, 02:21 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now