देशभर के अधिकांश हिस्सों में रबी फसलें कट चुकी हैं. ऐसे में अब अधिकांश किसान मंडी पहुंच कर इन फसलों को बेचने का काम कर रहे हैं. रबी सीजन में सबसे ज्यादा बोई जाने वाली फसल गेहूं की खरीद तेजी से चल रही है. हालांकि कुछ राज्यों में गेहूं की खरीद सुस्त पड़ी हुई है.
यहां मंडियों में रबी फसलों की आवक कम
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हरियाणा और पंजाब में गेहूं की खरीद अच्छी चल रही है. लेकिन उत्तर प्रदेश और बिहार में इसकी हालत ठीक नहीं है. अगर बात उत्तर प्रदेश की करें तो यहां मंडियों में रबी फसलों की आवक कम है. हालांकि इसको लेकर राज्य सरकार लगातार कदम उठा रही है. राज्य सरकार कोशिश कर रही है कि अधिक से अधिक किसान गेहूं की बिक्री एमएसपी के तहत रहे, ताकी उन्हें अपने फसलों का अच्छा दाम मिल सके.
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यूपी के मंडी में कम पहुंच रहे किसान
राज्य में 1 अप्रैल से रबी फसलों की खरीदी की जा रही है. राज्य के अधिकतर किसान मंडी पहुंचकर अपनी रबी फसलों को बेच सकें, इसके लिए राज्य सरकार लगातार कोशिश कर ही है. बावजूद इसके मंडी में किसानों की संख्या कम नजर आ रही है. इसके पीछे एक वजह बारिश के कारण रबी फसलों की कटाई में देरी भी बताई जा रही है.
यूपी में गेहूं खरीदी को लेकर कवायद तेज
उत्तर प्रदेश सरकार ने गेहूं खरीदी की कवायद तेज कर दी है. इसको लेकर हाल ही में राज्य के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने गेहूं, दलहन, तिलहन, ज्वार और बाजरा खरीद की समीक्षा बैठक की. इस समीक्षा बैठक में सभी कमिश्नर, जिलाअधिकारी मौजूद रहें. इस दौरान मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि ये सुनिश्चित किया जाये कि हर हाल में मंडी आ रहे किसानों से गेहूं की खरीदी हो. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूं खरीदी का भुगतान 3 दिन के अंदर ही कर दिया जाना चाहिए.
उन्होंने समीक्षा बैठक में इस बात पर भी जोर दिया कि किसानों की फसलें बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित हुई हैं. इससे किसानों की गेहूं फसलें भींग गई थी जिससे गुणवत्ता पर भी प्रभाव पड़ा है. ऐसे में किसानों से कम गुणवत्ता वाले गेहूं की फसलें भी खरीदी जानी चाहिए. उन्होंने इस दौरान जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेशभर में मोबाइल क्रय केंद्रों के जरिए भी गेहूं की खरीदी करने की व्यवस्था की गई है. ऐसे में किसान भाई इसका लाभ लें.