अक्सर आप जीआई टैग (GI tag) का नाम जरूर सुनते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर जीआई टैग क्या होता है? इसकी क्या विशेषता होती है? अगर आप नहीं जानते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ते रहिए, क्योंकि इसमें हम आपको जीआई टैग की जानकारी देने वाले हैं.
क्या होता है जीआई टैग? ((What is GI Tag?)
जीआई टैग का मतलब जियोग्राफिकल इंडिकेशन यानि भौगोलिक संकेतक से होता है. जीआई टैग जीआई उन उत्पादों पर उपयोग किया जाने वाला एक संकेत है, जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति (Geographical Origin) होती है. आमतौर पर भौगोलिक संकेत कृषि उत्पादों, खाद्य पदार्थों, शराब और स्प्रिट पेय, हस्तशिल्प और औद्योगिक उत्पादों के लिए उपयोग किए जाते हैं.
कौन जारी करता हैभारत में जीआई टैग? (Who issues GI tag in India?)
जीआई टैग भौगोलिक संकेत माल (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 के अनुसार दिए गए हैं. जीआई टैग उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री द्वारा जारी किए जाते हैं.
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भारत में भौगोलिक संकेतों (जीआई) टैग की सूची (List of Geographical Indications (GI) Tags in India)
भौगोलिक संकेत प्रकार राज्य/संघ राज्य क्षेत्र
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दार्जिलिंग चाय कृषि पश्चिम बंगाल
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अरनमुला कन्नड़ हस्तशिल्प केरल
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पोचमपल्ली इकातो हस्तशिल्प तेलंगाना
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नवरा चावल कृषि केरल
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मैसूर अगरबत्ती (लोगो)) निर्मित कर्नाटक
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कुल्लू शॉली हस्तशिल्प हिमाचल प्रदेश
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बिदरीवेयर हस्तशिल्प कर्नाटक
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सलेम फैब्रिक हस्तशिल्प तमिलनाडु
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चंदेरी साड़ी हस्तशिल्प मध्य प्रदेश
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सोलापुर छद्दारी हस्तशिल्प महाराष्ट्र
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पोचमपल्ली इकातो कपड़ा तेलंगाना
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सलेम फैब्रिक हस्तशिल्प तमिलनाडु
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पय्यानुर पवित्रा रिंग हस्तशिल्प केरल
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चंदेरी साड़ी हस्तशिल्प मध्य प्रदेश