जानलेवा कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है. जिस वजह से लोग घरों में रहने को मजबूर है और इसकी सबसे ज्यादा कीमत मजदूरों और गरीब लोगों को चुकाना पड़ रही है. हालांकि, इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें लोगों की मदद करने के लिए कई योजनाएं भी चला रही है. इस बीच ही उत्तर प्रदेश के 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ' ने ट्वीट कर एक बड़ी घोषणा की है. जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कोई भी गरीब भूखमरी का शिकार न हो. इसलिए जिस भी गरीब व्यक्ति के पास राशन कार्ड या आधार कार्ड नहीं है तो भी उसे सरकारी योजना के अंतर्गत राशन मुहैया करवाया जाएगा. लॉकडाउन के बाद से ही योगी सरकार ने गरीब लोगों के बैंक खाते में पैसा जमा करने और फ्री राशन देने समेत कई बड़ी घोषणाएं की हैं.
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि 'उत्तर प्रदेश में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे. Covid-19 के संक्रमण से उत्पन्न होने वाली विशेष परिस्थितियों में गरीबों, जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने के लिए प्रदेश में 30 जून, 2020 तक सार्वजनिक वितरण प्रणाली का सार्वभौमिकरण (Universalization of PDS) किया जाएगा. जिसके अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ग्रामीण और शहरी इलाकों में रहने वाले प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को राशन अवश्य मिले, भले ही उसके पास राशन कार्ड या फिर आधार कार्ड न हो. यहां तक कि उन्होंने यह भी कहा कि घुमंतू समुदायों के लोगों को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाएगा.
उत्तर प्रदेश सरकार ने गरीब मजदूरों और जरुरतमंदो के लिए बीती 4 अप्रैल को प्रदेश के 87 लाख से ज्यादा बुजुर्गों, विधवा, दिव्यांगों, कुष्ठजनों के बैंक खातों में 871 करोड़ रुपए बतौर पेंशन ऑनलाइन ट्रांसफर किए हैं. इसके साथ ही लोगों की आर्थिक समस्या को समझते हुए उनके खाते में 1 महीने की एडवांस पेंशन (Advance Pension) भी जमा की है. इसलिए उत्तर प्रदेश को अब उन राज्यों में शामिल है जिसने कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से आने वाली समस्याओं की स्थिति में जनता के लिए सबसे पहले राहत पैकेज की घोषणा की था और काफी हद तक लोगों को राहत देने में भी सफल हुआ है.