MDBP-16: काली मिर्च की नई किस्म - अब अधिक उत्पादन के साथ हर जगह खेती संभव! दिल्ली, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने 28 जुलाई तक जारी किया पूर्वानुमान FPO को जोड़ेगा ई-नाम और डिजिटल बाजार, किसानों की आमदनी में होगी बढ़ोत्तरी, जानें कैसे पशुपालकों के लिए खुशखबरी! राज्य सरकार 2 गाय की खरीद पर दे रही 80,000 रुपए तक का अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 10 May, 2020 11:37 AM IST

इस साल भी किसानों को मूसलाधार बारिश और बर्फबारी की वजह से खेती में भारी नुकसान हुआ है. एक तरफ खेती पर कोरोना और लॉकडाउन की मार पड़ी है, तो वहीं दूसरी तरफ मौसम ने भी किसानों की खेती को खूब प्रभावित किया है. कई किसानों की फसल मौसम की मार से लगभग आधी बर्बाद हो चुकी हैं. इसी कड़ी में उत्तराखंड सरकार ने किसानों को एक बड़ी राहत दी है. दरअसल, राज्य के सहकारिता मंत्री ने नाबार्ड के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें किसान हित को लेकर गंभीर चर्चा की गई. इसके चलते सहकारिता विभाग ने किसानों के लिए 2 हजार करोड़ रुपए का फसली ऋण देने का निर्णय लिया है.

मौसम की वजह से खेती का नुकसान

राज्य में कुछ दिन पहले ही काफी मूसलाधार बारिश और बर्फबारी हुई है. इस कारण किसानों को खेती में बहुत नुकसान पहुंचा है. बता दें कि किसानों की आमदनी बढ़ाने को लेकर सरकार द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इसके चलते ही सहकारिता विभाग ने किसानों को फसली ऋण देने का निर्णय लिया है. इसके लिए राज्य सहकारी बैंक और जिला सहकारी बैंक द्वारा किसानों को 2 हजार करोड़ रुपए का ऋण आवंटित करने का लक्ष्य है. बताया जा रहा है कि इस वित्तीय वर्ष में नाबार्ड ने कॉपरेटिव बैंकों को 2 हजार करोड़ रुपए देने पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान की है. इसका लाभ अधिकतर किसानों को दिया जाएगा.सहकारी बैंकों की मानें, तो पिछले साल बैंकों द्वारा 1400 करोड़ रुपए का फसली ऋण वितरित किया गया था. इस वर्ष 2 हजार करोड़ रुपए का फसली ऋण वितरित करने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा. बता दें कि मौजूदा वक्त में कोरोना महामारी की वजह से लगभग 2 लाख प्रवासी उत्तराखंडी अपने घर लौट रहे हैं. ऐसे में उन्हें सहकारिता विभाग द्वारा रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है.

English Summary: Uttarakhand government will give crop loan of 2 thousand crores to farmers
Published on: 10 May 2020, 11:40 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now