शनिवार को उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें राज्य के हित में कई फैसले लिए गए. इन्हीं में से एक मोटे अनाज की खेती प्रसंस्करण एवं उपभोग को बढ़ावा देने के लिए ‘उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम’ (UPMRP) के संचालन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई. खबरों की मानें तो इस मंत्रिपरिषद बैठक की अध्यक्षता राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की. साथ ही सरकार ने किसानों के हित के लिए मुफ्त में बाजरे के मिनी किट बांटने का फैसला लिया है.
बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार 2022-23 (1 जनवरी, 2023) से 2026-27 तक ‘उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम’ (UPMRP) के संचालन के लिए 186.26 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी. इस पहल को पूरा करने के लिए राज्य के सभी 75 जिले भाग लेंगे.
किसानों को मिली मुफ्त मिनी किट
घोषणा के अनुसार, किसानों को 2023-2024 से चार साल तक हर साल मुफ्त में बाजरे के बीज की एक मिनी-किट मिलेगी. इसके लिए कृषि विभाग की वेबसाइट पर पंजीयन कराने वाले अथवा किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वालों में से किसानों का चयन किया जाएगा. इसके अलावा 25% लाभार्थी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के किसान होंगे, जिनमें महिला किसानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. सात ही बाजरे के लिए प्रोसेसिंग, पैकिंग और मार्केटिंग की सुविधाएं बनाई जाएगी और मोबाइल आउटलेट्स/स्टोर्स को भी बढ़ावा दिया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः बाजरे की फसल में लगने वाले प्रमुख कीट, रोग और व्याधियां तथा रोकथाम
उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2022 की घोषणा के प्रस्ताव को भी यूपी कैबिनेट ने स्वीकार कर लिया. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के बढ़ने, निवेश आकर्षित करने, रोजगार के अवसर खोलने और हितधारकों की आय बढ़ाने की उम्मीद के साथ नीति को लागू करने का फैसला किया गया है.