उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मंगलवार को जोरदार हंगामा देखने को मिला. जैसे ही विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल रामनाईक ने अपना अभिभाषण चालू किया, विपक्ष के नेताओं ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. इतना ही नहीं राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण के वक्त विपक्षी सदस्यों ने उनकी तरफ कागज के गोले भी फेंके.
जैसे ही राज्यपाल अपना अभिभाषण शुरू करते हैं उसके बाद पूरे सदन में हंगामा शुरू हो जाता है विपक्षी नेता 'राज्यपाल वापस जाओ' के नारे लगाने लगे और उनकी तरफ कागज के गोले फेंकने लगे. सदन में इसी हंगामे के बीच राज्यपाल ने अपना भाषण पढ़ा और सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों का ब्यौरा दिया.
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इतना ही नहीं समाजवादी पार्टी के विधायक गाय-सांड़ के कटआउट और पोस्टर लेकर सदन में उपस्थित हुए थे. इन सभी पोस्टरों पर सरकार के विरोध में नारे लिखे थे. कुछ पोस्टरों पर लिखा था सरकार से किसान और सांड़, दोनों परेशान ! 'सीबीआई ईडी लाए हैं', 'झूठे वादे बंद करो, मुख्यमंत्री शर्म करो', 'खेत बचाओ सांड़ों से, देश बचाओ चोरों से' जैसे नारे लिखे थे.
सदन में उपस्थित नेताओं ने अपने साथ लाए पोस्टरों में सीबीआई को पिंजरे में बंद तोते के तौर पर दिखाया. उनमें से कुछ तो मवेशी जानवरों की समस्या को दिखाने के लिए हांथो में गाय और बैल के कटआउट लेकर नारेबाजी कर रहे थे. हंगामे के दौरान कुर्सी पर खड़े सपा सदस्य सुभाष पासी बेहोश होकर गिर पड़े. जिन्हें फौरन अस्पताल पहुंचाया गया.
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विपक्षी नेताओ के इस बर्ताव से मुख्यमंत्री आदित्य नाथ नाराज दिखे. उन्होंने सदन की कार्यवाही के बाद कहा कि सदन में आज जो कुछ भी हुआ सब संसदीय मर्यादा का उल्लंघन था. विपक्षी दल के सदस्यों ने सदन के भीतर अराजकता का प्रदर्शन किया और राज्यपाल के अभिभाषण में भी बाधा पहुंचाई है.
प्रभाकर मिश्र