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Updated on: 19 September, 2022 3:32 PM IST
स्ट्रॉबेरी की खेती किसानों को देगी फायदा

उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में स्ट्रॉबेरी की खेती की जाती है, जिसमें सीतापुर, हरगांव और महमूदाबाद अव्वल स्थान पर है, इसलिए प्रदेश की योगी सरकार ने स्ट्रॉबेरी की खेती के क्षेत्र में किसानों की बढ़ती रुचि को देखते हुए पूरे प्रदेश में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा देने का फैसला किया है. इसके बाद उत्तर प्रदेश के किसानों को स्ट्रॉबेरी की खेती करने पर 40 प्रतिशन तक की सब्सिडी दी जाएगी. इस  सब्सिडी का सीधा सा मकसद किसानों की आय को बढ़ाना है.         

स्ट्रॉबेरी होते हैं कई पोषक तत्व

स्ट्रॉबेरी अन्य फलों की तुलना में बहुत ही ज्यादा लाभदायक होती है. इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जैस एंटी ऑक्सीडेंट के साथ ही विटामिन बी, विटामिन सी, प्रोटीन भी इस फल में पाया जाता है. इस कारण से बाजार में इसकी काफी ज्यादा डिमांड रहती है. छोटे शहरों की अपेक्षा दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में इसकी ज्यादा मांग रहती है.

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इस प्रकार की मिट्टी में ज्यादा अच्छा होता है इसका उत्पादन

स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी की बात की जाए, तो बलुई और दोमट मिट्टी में इसकी अच्छी पैदावार होती है. विशेषज्ञ बताते हैं कि इसकी खेती के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान सबसे ज्यादा उपयुक्त रहता है. अगर इससे ज्यादा तापमान होता है तो स्ट्रॉबेरी के पौधे मुरझाने लगते हैं. स्ट्रॉबेरी की खेती पॉली हाउस और खुले खेत में की जाती है.

स्ट्रॉबेरी की खेती को लेकर जिला उद्यान अधिकारी का बयान

जिला उद्यान अधिकारी सौरभ श्रीवास्तव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि  स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी. बता दें कि यह सब्सिडी उनकी खेती की कुल लागत पर दी जाएगी.

फिलहाल सीतापुर जिले के हरगांव और महमूदाबाद  में इसकी खेती की जा रही और किसानों को 12 हेक्टेयर कवर करने का टारगेट दिया गया है. किसान इस योजन का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन जन सुविधा केंद्र पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.    

English Summary: up government will give forty percent subsidy on strawberry farming
Published on: 19 September 2022, 03:39 PM IST

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