देशभर में मौसम ने ली करवट! यूपी-बिहार में अब भी बारिश का अलर्ट, 18 सितंबर तक झमाझम का अनुमान, पढ़ें पूरा अपडेट सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 14 February, 2018 12:00 AM IST

टमाटर एवं मूली उत्पादक किसान परेशान हैं. परेशानी इस बात को लेकर है कि टमाटर का कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. समस्तीपुर में हालात यह है कि मंडी में महज दो रुपये किलो टमाटर बेचने के लिए किसान मजबूर हैं. यही हाल मूली का भी है. मोतीपुर मंडी में प्रतिदिन आसपास के किसान सब्जी बेचने के लिए आते हैं. बताया जाता है कि एक रुपये किलो तो मंडी खर्चा ही किसानों को लग जाता है. एक रुपये टमाटर बेचकर उन्हें घर लौटना पड़ता है. यही हाल मूली का है. मूली की कीमत भी धड़ाम से गिर गई है. बताया जाता है कि ठंड के मौसम में मूली एवं टमाटर की बिक्री काफी कम रहती है.

इस बार टमाटर एवं मूली की उपज बेहतर रहने के कारण किसानों को बढि़या रेट नहीं मिल सका, जिससे किसान परेशान हैं. इस संबंध में गद्दीदार दशरथ सिंह, भाग्यनारायण साह, राजाराम महतो, कमलेश कुमार, ऋषिदेव आदि ने बताया कि अधिक मात्रा में गद्दी में टमाटर आने एवं व्यापारी सीमित रहने के कारण यह हाल है. कच्चा सौदा होने के कारण बाहर भेजना भी महंगा एवं कठिन है. मंडी में उपस्थित किसान ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह और सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि टमाटर उत्पादक किसान के समक्ष भूखमरी की स्थिति है. उनकी पूंजी बर्बाद हो गई है. सरकार को इन किसानों की सुधि लेनी चाहिए.

English Summary: Two rupees is to be given in kg, then two, radish does not belong to tomato, no buyer
Published on: 14 February 2018, 02:33 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now