Tractor Diesel Saving Tips: ट्रैक्टर में डीजल बचाने के 5 आसान तरीके, जिनसे घटेगी लागत और बढ़ेगा मुनाफा आगरा में स्थापित होगा अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र, मोदी कैबिनेट ने 111.5 करोड़ की परियोजना को दी मंजूरी यूपी में डेयरी विकास को बढ़ावा, NDDB को मिली तीन संयंत्रों की जिम्मेदारी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 1 November, 2023 6:21 PM IST
औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती के लिए मिल रही ट्रेनिंग (Image Source: Google)

Cultivation of Medicinal Plants: देश के किसान अधिक लाभ कमाने के लिए अपने खेत में विभिन्न तरह की फसलों को लगाते हैं. इसी क्रम में अब किसान औषधीय पौधों की खेती की तरफ अपना रुख दिखा रहे हैं. इसके लिए सरकार की तरफ से भी सहयोग किया जा रहा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में तीन दिवसीय औषधीय और सुगंधित पौधों का ट्रेनिग किसानों को दिया जा रहा है. इसमें किसानों को कई तरह की बेहतरीन विधियों व नई-नई तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. ताकि किसान अपने खेत में औषधीय पौधे की खेती कर अधिक से अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकें. बता दें कि यह परीक्षण वैज्ञानिकों की तकनीकों के द्वारा दिया जा रहा है.

यह प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश के झांसी जिला में रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय/ Rani Lakshmi Bai Central Agricultural University के वैज्ञानिकों के द्वारा चलाया जा रहा है. ऐसे में आइए इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में जानते हैं-

औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण कार्यक्रम में वैज्ञानिक तरीके सिखाये जाएंगे

यूपी के तीन दिवसीय औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती/ Farming Scientifically करने के बारे में सिखाया जाएगा और साथ ही उन्हें औषधीय पौधे की उन्नत किस्मों की भी जानकारी दी जाएगी. 

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. पंकज लवानिया, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. एएस काले, डॉ. प्रभात तिवारी, डॉ. गरिमा गुप्ता, डॉ पवन कुमार ने कहा कि किसानों को परंपरागत फसलों के साथ-साथ औषधीय पौधों की खेती के महत्व पर भी अधिक जोर देना चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि औषधीय खेती आधारित लघु उद्योग किसानों की आय में बढ़ोतरी का सबसे अच्छा विकल्प है. ये ही नहीं औषधीय खेती से किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें: महेन्द्रगढ़ KVK द्वारा मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन पर ट्रेनिग प्रोग्राम का किया गया आयोजन

ट्रेनिग में शामिल हुए भारी संख्या में किसान

यूपी के झांसी में आयोजित तीन दिवसीय औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारी संख्या में किसानों ने भाग लिया और साथ ही इस कार्यक्रम में बुजुर्ग, नवयुक, महिलाएं और गांव में पढ़ने वाले बच्चों को भी शामिल किया गया. ताकि वह भी औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण के बारे में जानकर इसकी खेती के प्रति प्रोत्साहित हो सकें.

English Summary: training on medicinal and aromatic plants farming in UP farmers' income increase in cultivation of medicinal plants
Published on: 01 November 2023, 06:26 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now