एक तरफ जहां पूरी दुनिया में कोरोना के कहर से त्राहि-त्राहि मची हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ सियासी नुमाइंदे ऐसे भी हैं, जो अब कोरोना वायरस को लेकर बेहद ही अजीबोगरीब बयान दे रहे हैं. यकीनन, यह कहने में किसी को कोई गुरेज नहीं होगा, लेकिन बेशक ऐसे बयान अब कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को कमजोर कर सकते हैं. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ इसी तरह का बयान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी दिया है. उन्होंने अभी हाल ही में कुंभ मेले में फूटे कोरोना बम को लेकर कहा कि मां गंगा का आशीर्वाद हमारे साथ हैं, इसलिए हमें कोरोना नहीं होगा.
इतना ही नहीं, ऐसे में आलम में जब लगातार संक्रमण के मामले बढते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुंभ में फूटे कोरोना बम की तुलना मरकज से करते हुए कहा कि मरकज वाले लोग बंद कमरे में थे, जिस वजह से कोरोना की रफ्तार तेज हो गई और काफी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ गए हैं, लेकिन हमारे साथ ऐसा नहीं है. हमें कुछ नहीं होगा. बता दें कि अब तक 26 लाख लोग कुंभ मेले में शाही स्नान कर चुके हैं, लेकिन बीते दिनों कुंभ के मेले में कोरोना का बम फूटा था, जिसमें कई श्रद्धालु समेत साधु संत भी संक्रमित हुए थे.
वहीं, इस बीच कुछ ऐसे लोग सामने आ रहे हैं, जो कुंभ में फूटे कोरोना बम की तुलना मरकज वाले कोरोना से कर रहे हैं, लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपने उक्त बयान से सियासी तापमान में अच्छा खासा इजाफा कर दिया है. इससे पहले विगत सोमवार को संजय गुंज्याल ने बताया कि मेले में लगातार बढ़ते संक्रमण के मामलों को मद्देनजर रखते हुए यह कहना मुश्किल है कि लोगों की भींड़ पर नियंत्रित किया जा सकता है, जिसके चलते काफी संख्या में लोग संक्रमित भी हो रहे हैं.
वहीं, अगर सीएम तीरथ सिंह रावत के बयान की बात करें, तो ऐसा पहली बार नहीं है, जब उन्होंने इस तरह का बेहद ही अजीबोगरीब बयान दिया हो, बल्कि इससे पहले भी वे इस तरह का बयान दे कर सुर्खियों में आ चुके हैं.
आपको याद होगा कि अभी हाल ही में उन्होंने लड़कियों की फटी जींस को लेकर बयान दिया था, जिस पर खूब बवाल कटा था. खैर,
अभी तक मुख्यमंत्री के मरकज वाले बयान पर किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. अब ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि उनके बयान पर किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने आती है.