बेशक, आज का माहौल हमें खौफनाक लग रहा हो, लेकिन यकीन मानिए अमेरिकी वैज्ञानिकों ने जिस तरह के दावे किए हैं, अगर यह हकीकत में तब्दील हुए, तो आज के यह दिन ही हमें सुनहरे लगेंगे. जानकर आपको हैरत हो रही होगी कि यह क्या कहा जा रहा है, लेकिन अब करें भी तो करें क्या. बात ही कुछ ऐसी है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अगर यह सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो भारत में आगामी अगस्त तक 10 लाख से भी अधिक लोगों की मौत महज कोरोना से होगी. यकीनन, यह खुलासा दिल दहला देने वाला है.
इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन ने शोध के बाद दावा किया है कि भारत में अगस्त माह तक 10 लाख लोगों की मौत कोरोना से हो सकती है. उन्होंने यह अनुमान अप्रैल माह के मौत के आंकड़े को ध्यान में रखते हुए जाहिर किया है. इतना ही नहीं, अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अगर यह स्थिति यूं ही जारी रही, तो मौत का यह आंकड़ा 12 लाख के पार तक पहुंच सकता है. खैर, अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा किया जा रहा है यह दावा कितना सच निकलता है. यह तो फिलहाल अब आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर इन दावों से एक बार फिर भारत खौफ में आ चुका है. इससे पहले भी वैज्ञानिक भारत में कोरोना की तीसरी लहर का अनुमान जता चुके हैं. लगता है यह आंकड़ा इसी लहर का नतीजा है. स्थिति काफी भयावह लग रही है. वर्तमान में मौत का आंकड़ा 3500 के पार पहुंच चुका है.
लेकिन राहत के आसार भी बचे हैं
ऐसा नहीं है कि महामारी के बीच राहत के आसार पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं. हालातों पर अब काबू पाया ही नहीं जा सकता है. ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. दुरूह हो चुकी स्थिति को नियंत्रण में किया जा सकता है, बस इसके लिए हमें कुछ जरुरी स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा. जैसा कि इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन के मुताबिक, अगर हमें मास्क को कवरेज को बढ़ाते हैं, तो मौत के आंकड़ों में 75 हजार तक कमी आ सकती है. यकीनन, मौत आंकड़े में आई यह बड़ी कमी किसी बड़ी राहत से कम नहीं होगी. वहीं, अमेरिकी वैज्ञानिकों ने जो 10 लाख का अनुमान जारी कर भारत को दहलाने का काम किया है, वह यहां की मौजूदा स्थिति को आधार बनाकर किया है. आपको अमेरिकी वैज्ञानिकों के उस बयान पर ज्यादा गौर करने की जरूरत है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर भारत में यह सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो मौत के ये आंकड़े बेकाबू भी हो सकते हैं.
ये देश भी झेल चुके हैं मौत का दंश
यहां हम आपको बताते चले कि भारत से पूर्व कई देश मौत का तांडव झुले चुके हैं, जिसमें अमेरिका समेत ब्राजील का नाम दर्ज है. अमेरिका में बीते दिनों मौत का आंकड़ा 5 लाख के पार पहुंच चुका था. कुछ ही ऐसी स्थिति ब्राजील की भी थी.
हालांकि, वैज्ञानिको का कहना है कि भारत समेत ब्राजील की कोरोना की दूसरी लहर के दौरान काफी पहले संकेत दे दिए गए थे कि आने वाले दिनों में यहां मौत का आंकड़ा भी अपने चरम पर पहुंचेगा, मगर भारत ने वैज्ञानिकों की बात को मानना गवारा नहीं समझा, जिसका नतीजा आज भारत झेल रहा है. खैर, अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा किया गया यह खुलासा कहां तक और कब तक चरितार्थ होता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.