बीते सालों में शहद की मिठास से किसानों की आय में बढ़ोतरी हुई है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि श्वेत क्रांति के बाद अब देश में स्वीट रेवोलुशन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि "शहद की मिठास (Honey Business) हमारे किसानों का जीवन भी बदल रही है और उनकी आय भी बढ़ा रही है".
वहीं, हाल ही में हुए मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन (Beekeeping) और शहद मिशन (Honey Mission) जैसी पहल हमारे किसानों की आय बढ़ाने में मदद करके उनके जीवन को बदल रही है. इसपर उन्होंने कई किसानों की सफल कहानी भी साझा की.
मधुमक्खी पालकों की सफल कहानी (Success Stories of Successful Beekeeper)
हरियाणा के यमुनानगर में सुभाष कंबोज नामक एक मधुमक्खी पालक रहते हैं. इन्होंने सबसे पहले वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लिया. इसके बाद संतोष ने केवल छह बॉक्स के साथ अपना काम शुरू किया. आज ये करीब दो हज़ार बॉक्सेस में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं और इनका शहद कई राज्यों में सप्लाई होता है.
जम्मू के पल्ली गांव में विनोद कुमार भी डेढ़ हज़ार से ज्यादा कॉलोनियों में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं. इन्होंने पिछले साल, रानी मक्खी पालन का प्रशिक्षण लिया था. इस काम से अब ये सालाना 15 से 20 लाख रुपए कमा रहे हैं.
साथ ही कर्नाटक के एक और किसान हैं, जिनका नाम मधुकेश्वर हेगड़े है. इन्होंने भारत सरकार से 50 मधुमक्खी कॉलोनियों के लिए सब्सिडी ली थी. आज उनके पास 800 से ज्यादा कॉलोनियां हैं और वो कई टन शहद बेचते हैं.
शहद उत्पादन में आज इतनी अधिक संभावनाएं हैं कि प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई करने वाले युवा भी इसे अपना स्वरोजगार बना रहे हैं. ऐसे ही यू.पी. के गोरखपुर के निमित सिंह है. इन्होंने बी.टेक किया हुआ है और पिता भी डॉक्टर हैं, लेकिन पढ़ाई के बाद नौकरी की जगह निमित ने स्वरोजगार का फैसला लिया. इन्होंने शहद उत्पादन का काम शुरु किया. उसकी क्वालिटी चेक के लिए लखनऊ में अपनी एक लैब भी बनवाई. निमित अब शहद और बी वैक्स (Bee Wax) से अच्छी कमाई कर रहे हैं और अलग-अलग राज्यों में जाकर किसानों को प्रशिक्षित भी कर रहे हैं.
ऐसे में पीएम मोदी ने कहा कि देश से शहद का निर्यात भी बढ़ गया है. देश ने नेशनल बीकीपिंग हनी मिशन (National Beekeeping and Honey Mission) जैसे अभियान चलाए, किसानों ने पूरा परिश्रम किया, और हमारे शहद की मिठास, दुनिया तक पहुंचने लगी. अभी इस क्षेत्र में और भी बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं. मैं चाहूँगा कि हमारे युवा इन अवसरों से जुड़कर उनका लाभ लें और नई संभावनाओं को साकार करें.