आपने लोगों को कहते सुना होगा कि इंसान को खाने के लिए नहीं, बल्कि जीने के लिए खाना चाहिए. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी बच्ची के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके जीवन में सबकुछ खाने से शुरू और खाने पर खत्म होता है. खाना बनाना उसके जीवन का हिस्सा नहीं बल्किउसका जीवन है. खाने के प्रति उसकी दिवानगी को इसी बात से समझा जा सकता है कि अभी हाल ही में वो खाना बनाने को लेकर विश्व रिकॉर्ड बना चुकी है. ये कहानी है तमिलनाडु की लक्ष्मी साई की, चलिए आपको विस्तार से बताते हैं.
58 मिनट में 46 डिश
लक्ष्मी साई तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में रहती है और आज-कल अपनी कला को लेकर चर्चाओं में बनी हुई है. मात्र 58 मिनट में 46 डिश तैयार करके इस बच्ची ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है. इस काम के लिए बाकायदा लक्ष्मी को यूनिको बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है.
मां-बाप को दिया श्रेय
इस उपलब्धि का श्रेय लक्ष्मी अपने मां-बाप और परिवार को देती है. वो कहती है कि भोजन बनाने के बारे में उसने सबकुछ मां से सीखा है, मां ही उसकी गुरू और प्रेरणा है. वो बताती है कि बाल अवस्था से ही वो अपनी मां को खाना बनाते हुए देखती आई है.
लॉकडाउन में आपदा को बनाया अवसर
लक्ष्मी की मां एन कलाईमगल अपनी बेटी की इस उपलब्धी पर बहुत खुश है, परिवार में इस समय हर कोई गदगद है. कमाईमगल कहती है कि लक्ष्मी (Laxmi) को हमेशा खाने से लगाव रहा है, वो बचपन से ही खाना बनाने को लेकर आकर्षित रही है. लेकिन इस लॉकडाउन में उसने अपनी कला को सबसे अधिक निखारा है.
पिता ने करवाया था नामंकन
लक्ष्मी जिस तरह से भोजन बनाती है, उसकी चर्चा पूरे इलाके में होती है, किसी ने पिता को सलाह दी थी कि वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए होने वाली प्रतियोगिता में उसकी बच्ची को हिस्सा लेना चाहिए. मजाक में कही गई बात को पिता ने गंभीरता से लिया, शायद वो अपनी बेटी की योग्यता का सही आंकलन करने में सफल रहे. आज लक्ष्मी के पिता अपने फैसले पर खुश हैं कि उनकी बेटी ने न सिर्फ इस प्रतियोगित में हिस्सा लिया, बल्कि इसे जीतकर देश का नाम भी रौशन किया.
झटपट बना देती है खाना
लक्ष्मी के लिए खाना बनाना बाएं हाथ का खेल है. यहां तक कि कम संसाधनों में भी वो स्वादिष्ट खाना बनाने में माहिर है. वो इस रफ्तार से खाना बनाती है कि देखने वाले बस देखते ही रह जाते हैं. खाना बनाने की हर चीज, जैसे- कढ़ाई, प्रेशर कुकर, देकची, चकला-बेलन, चौकी, तवा, चाकू आदि उसकी ऊंगलियों के ईशरों पर नाचते हैं.
सरकार करेगी सम्मानित
लक्ष्मी को तमिलनाडु सरकार सम्नानित करेगी, अभी तक उसे कई मंत्रियों और नेताओं के फोन आ चुके हैं. बता दें कि तमिलनाडु सरकार ने लक्ष्मी को राज्य का गौरव बताया है.
पहले भी भारत ने लहराया था परचम
वैसे जानकर खुशी होगी कि लक्ष्मी से पहले केरला की एक लड़की सांवी ने तीस डिश बनाकार ये रिकॉर्ड अपने नाम किया था. इसके बाद अब ये रिकॉर्ड लक्ष्मी के नाम है, कहने का मतलब है इस बार भी परचम भारत ने ही फहराया है.