Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 21 December, 2021 3:03 AM IST
Agriculture

दुनिया के नजरिए को बदलने के लिए शिक्षा हमारे पास सबसे शक्तिशाली हथियार होता है. एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति जानता है कि सभी प्रकार के मुद्दों का सामना कैसे करना है. एक व्यक्ति उचित शिक्षा के साथ उत्कृष्ट नैतिक मूल्यों का निर्माण कर सकता है. यह हमें एक अच्छा इंसान बनने में मदद करता है.

इस विचार को आगे बढ़ाने के साथ-साथ अन्य संस्थानों को प्रेरित करने और प्रोत्साहित करने के लिए, परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय, सोलन, हिमाचल प्रदेश में प्रगतिशील कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2021 आयोजित किया गया. जहाँ इस समिट में विभिन्न श्रेणियों के तहत 43 पुरस्कार वितरित किए गए, जिनमें 'शैक्षिक संगठन' भी था. तो आइए आपको बताते हैं कि इस क्षेत्र में किसको सम्मानित किया गया. 

जीबी पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (GB Pant University Of Agriculture And Technology)

जी बी पंत कृषि विश्वविद्यालय भारत का पहला विश्वविद्यालय है. यह उत्तराखंड राज्य में स्थित है. इसकी स्थापना 1960 में हुई. पिछले 50 सालों में यह कृषि के क्षेत्र में विभिन्न फसलों की हजारों प्रजातियों से अधिक पर अनुसंधान करते हुए राष्ट्र के किसानों के लिए तैयार की गई. जो कि भारत में सभी कृषि विश्वविद्यालय से बहुत ज्यादा है. इस विश्वविद्यालय की मदद से यूपी तथा उत्तराखण्ड व समीपवर्ती राज्यों के किसानों ने अपने कृषि उत्पादकों को बढ़ाकर अच्छी आमदनी अर्जित कर रहे हैं. इस विश्वविद्यालय ने कार्प बीज का रिकर्ड उत्पादन हासिल किया और उत्तराखंड के जलाशयों में लगभग 40 लाख गुणवत्ता वाले बीज का भंडार किया.

इस खबर को भी पढ़ें - Agriculture Recruitment 2021: कृषि विश्वविद्यालय में निकली ग्रेजुएट वालों के लिए भर्ती, जल्द करें अप्लाई

महर्षि मार्कंडेश्वर (डीम्ड यूनिवर्सिटी), अंबाला (Maharishi Markandeshwar (Deemed University), Ambala)

इसके बाद दूसरा सम्मान महर्षि मार्कंडेश्वर विश्वविद्यालय  को मिला है. यह अम्बाला जिले के मुल्लाना में स्थित है. इस संस्थान की स्थापना 1993 में की गई. जिसका उददेश्य कृषि संकाय में युवाओ को शिक्षित बनाना व अनुसंधान करके रोजगार के अवसर प्रदान करना तथा कृषि विकास दर को बढाना है. कृषि परामर्श सेवाओं के माध्यम से कृषि अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण को बढ़ावा देना.

आईसीएआर अटारी सेंटर (Icar Attari Center)

इसके बाद लुधियाना के आईसीएआर अटारी सेंटर को भी बेस्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ लैब फार्म रिसर्च का ख़िताब मिला है. यह अनुसंधान दुनिया की सबसे बड़ी राष्ट्रीय कृषि प्रणालियों में से एक है. इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है. इसकी स्थापना 1929 में की गई. आईसीएआर ने अपने अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास के माध्यम से भारत में कृषि में हरित क्रांति और उसके बाद के विकास की शुरुआत करने में अग्रणी भूमिका निभाई है.

English Summary: these agricultural universities were awarded as the best agricultural institutes
Published on: 21 December 2021, 04:39 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now