यास तूफान का कहर अपने चरम पर पहुंचकर सब कुछ तबाह करने पर आमादा हो चुका है. ऐसे में प्रशासन द्वारा उठाए गए एक-एक कदमों पर सभी की निगाहें टिकी हुई है. बंगाल में भारी तबाही मचा चुका यास तूफान अब दूसरों राज्यों में दस्तक देने के लिए कमर कस चुका है. ऐसे में मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट भी जारी किए जा चुके हैं.
इन्हीं सब परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश में आगामी कुछ दिनों में भारी बारिश की आशंका को ध्यान में रखते हुए 15 जिलों में शासन की तरफ से गेहूं की खरीद पर रोक लगा दी गई है. शासन की तरफ से साफ निर्देश आ चुके हैं कि जब तक हालात दुरूस्त नहीं हो जाते हैं, तब तक गेहूं की खरीद पर रोक लगी रहेगी. सरकार ने 15 जिलों में भारी बारिश के कहर को ध्यान में रखते हुए आगामी दो दिनों तेक गेहूं की खरीद पर रोक लगा दी है.
इस संदर्भ में खुद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री फैज अहमद किदवई ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में बताया कि आगामी 27 और 28 मई गेहूं की खरीद पर रोक लगा दी गई है. ध्यान रहे कि रीवा, शहडोल एवं जबलपुर संभाग के 15 जिलों रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, डिंडोरी, मंडला, नरसिंहपुर, सिवनी, कटनी, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा जिलों में गेहूं की खरीद बंद कर दी गई है.
इन जिलों में है भारी बारिश का खतरा
बता दें कि मौसम विभाग की तरफ से खुद आगामी दो दिनों में प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. वहीं, यास तूफान समेत कोरोना प्रकोप की वजह से किसानों की फसलों को भी भारी नुकसान हो रहा है. उधर, प्रदेश की कई मंडियां बंद चल रही है. ऐसे में किसान भाइयों को यह भी समझ नहीं आ रहा है कि वे अपनी फसलों को कहां बेचे. लिहाजा, उन्हें भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.