कृषि भूमि को लेकर हरियाणा सरकार (Haryana) ने एक बहुत बड़ा कदम उठाया है. दरअसल, मनोहरलाल खट्टर के नेतृत्व में हरियाणा में भूमि मापने (Measuring Agriculture Land in Haryana) का काम शुरू किया जा चुका है. ऐसे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि "राज्य में कृषि भूमि मानचित्रण कार्य के लिए बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे अभियान को तेज किया जाए, ताकि कृषि भूमि का डाटा जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जा सके."
मेरी फसल मेरा ब्योरा पर हो रहा पंजीकरण (Registration is happening on Meri Fasal, Mera Byora)
हरियाणा के कृषि मंत्री जे.पी दलाल (Haryana Agriculture Minister JP Dalal) ने कहा कि "राज्य में भूमि मैपिंग का काम किया जा रहा है. इस पहल के माध्यम से सभी किसानों का पंजीकरण मेरी फसल, मेरा ब्योरा सरकारी पोर्टल पर किया जा रहा है. बता दें कि इन जमीनों का पूरा रिकॉर्ड मिलने के बाद किसानों, मंडियों, बिक्री केंद्रों आदि की सुविधा के लिए अन्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे."
किसानों को मिलेगी सीधे सब्सिडी (Farmers will get direct subsidy)
Meri Fasal, Mera Byora पोर्टल को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य लोगों को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाना था. जहां किसान और सरकार साथ आ सकते हैं. किसानों को अपनी फसल उगाने के लिए समय पर वित्तीय सहायता या अन्य लाभ मिल सकते हैं. इस पोर्टल के माध्यम से सब्सिडी सीधे बैंक, ट्रेजरी या ई-प्रोक्योरमेंट के माध्यम से किसानों के बैंक खाते में जमा की जा रही है.
भूमि मापने से किसानों को मिलेगा फायदा (Farmers will get benefit by measuring land)
मुख्यमंत्री बड़े पैमाने पर भूमि मापने को लेकर भू-राजस्व अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि "पानीपत, करनाल और कुरुक्षेत्र में काम करने के लिए तीन टीमों को तैनात किया गया है. राज्य भर में कुल 44 टीमें ड्रोन मैपिंग का काम करेंगी, जिसे अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा"
खट्टर ने कहा कि राज्य के अधिकांश गांवों की ड्रोन आधारित मैपिंग का काम पूरा कर लिया गया है. SVAMITVA योजना की तरह, कृषि भूमि के मानचित्रण का कार्य किया जाएगा और राजस्व रिकॉर्ड को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा जाएगा.
तीन चरणों में होगा काम (Work will be done in three phases)
बड़े पैमाने पर मैपिंग का काम तीन चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों की कृषि भूमि की मैपिंग और उस पर बने ढांचों की मैपिंग का काम किया जाएगा. दूसरे चरण में शहरों में औद्योगिक क्षेत्रों की मैपिंग की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पटवारियों को रोवर से प्रशिक्षित किया जाएगा.
लाभ लेने के लिए किसान करे ये काम (Farmers should do this work to get profit)
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए भूमि मालिक किसान, छोटे किसान, ठेका किसान, साझा किसान, पट्टा किसान और मिश्रित किसान अपना व्यक्तिगत विवरण, भूमि रिकॉर्ड, फसल, बैंक खाता आदि देकर मेरा फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं.