बेमौसम की बरिश की वजह से फसलों को भारी नुकसान होता है, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है. वहीं, किसानों की आर्थिक स्थिति काफी प्रभावित हो जाती है. ऐसे में किसानों की इन समस्या का समाधान करने के लिए बिहार सरकार के कृषि विभाग के उद्यान निदेशालय द्वारा विशेष उद्यानिक फसल योजना का आरंभ किया गया है. इस योजना में अब चाय की खेती को भी शामिल किया गया है.
आपको बता दें कि पूर्णिया प्रमंडल के चारों जिला में चाय की बागवानी (Tea Garden ) को बढ़ाने एवं किसानों की आमदनी को दोगुनी करने के उद्देश्य से चाय की बागवानी को शामिल कर वर्ष 2021-22 से नई योजना के रूप में प्रारंभ किया गया है. इसमें बिहार सरकार किसानों को चाय की बागवानी के लिए अनुदान सहायता राशि देने की योजना बना रही है. जो भी किसान इस चाय की बगवानी करने की इच्छुक हैं, वो 15 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं.
50 प्रतिशत मिलेगा अनुदान (Will Get 50 Percent Subsidy)
चाय की बागवानी के लिए उद्यान सह राज्य बागवानी मिशन (Horticulture cum State Horticulture Mission) द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान (50 percent subsidy) दिया जायेगा. इसके तहत लाभार्थी किसान को दो किस्तों में अनुदान प्रथम वर्ष की भौतिक उपलब्धि के आलोक में लगाये गये पौधे का 90 प्रतिशत पौधा जीवित रहने के उपरांत वित्तीय वर्ष 2022-23 में किया जाएगा.
इस खबर को पढें - किसानों के लिए खुशखबर, बागवानी के लिए पाएं अनुदान
कौन ले सकता लाभ (Who Can Take Advantage)
इस बागवानी मिशन के अंतर्गत अनुसूचित जाति के लोगों को 16 प्रतिशत लोग शामिल किया जायंगे. वहीँ एक प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लाभार्थी किसानों को शामिल किया जायेगा. इसके अलावा 30 प्रतिशत किसान महिलाओं को शामिल करने की योजना बनाई जा रही है. नियमानुसार सहायतानुदान डीबीटी कार्यक्रम के तहत सीएफएमएस द्वारा भुगतान किया जाएगा.