Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 18 May, 2022 12:26 PM IST
Minister Kailash Chaudhary

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी मंगलवार को हरियाणा के पंचकूला में आयोजित समुदाय आधारित व्यापार संगठनों (CBBOS) के क्षेत्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए. इस दौरान राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के साथ कार्यक्रम में राज्य के कृषि मंत्री जेपी दलालस्थानीय कृषि वैज्ञानिककृषि अधिकारी और प्रगतिशील किसान भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि मंत्री एवं स्थानीय कृषि अधिकारियों ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का स्वागत और अभिनंदन किया. आइये जानते हैं इस सम्मेलन की मुख्य बातें...

कार्यक्रम को राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने किया संबोधित

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा "फार्मेशन एंड प्रमोशन ऑफ 10 हजार एफपीओ" के तहत आयोजित किया जा रहा यह सम्मेलन किसानों को स्वाबलंबी और सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि एफपीओ योजना उत्पाद कलस्टर पर आधारित है, जिसमें “एक जिला एक उत्पाद” पर विशेष ध्यान रखा जाता है और कोशिश की जाती है कि एस्पिरेशनल जिलों के विकासखंडों में एफपीओ का गठन आवश्यक रूप से हो जाए तथा महिला किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए अधिक बल दिया जाए. योजना के अंतर्गत सीईओ एवं लेखाकार का वेतनपंजीयन शुल्ककार्यालय किरायाअन्य उपयोगिता शुल्ककंप्यूटर आदि क्रय करने का खर्च शामिल कर प्रति एफपीओएफपीओ प्रबंधन लागत के रूप में 18 लाख रुपये दिए जाते हैं.

कैलाश चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इसके अलावा एफपीओ के प्रति किसान सदस्य को 2,000 रुपये तक मैचिंग अनुदान के रूप में इक्विटी अनुदान भी प्रदान किया जाता है, जो अधिकतम 15.00 लाख रुपये प्रति एफपीओ है. एफपीओ को वित्तीय संस्थानों एवं बैंकों से ऋण की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु क्रेडिट गारंटी की भी व्यवस्था की गई है.

ये भी पढ़ें:किसानों के लिए केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री ने लॉन्च किया कैलाश चौधरी ऐप, जानिए फायदें

किसान कल्याण की दिशा में काम कर रही है सरकार: केंद्रीय कृषि

राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत "किसान भागीदारीप्राथमिकता हमारी" अभियान में खेती कर रहे लोगों को सरकार जागरुक करने के साथ ही कृषि हितैषी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. साथ ही किसानों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव लाया जाएं, यह प्रधानमंत्री मोदी की सोच और उनका संकल्प है, जिसे साकार करने के लिए पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं. 

कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सदैव गांव-गरीब-किसानों की चिंता करते हैं. इसी दिशा में चल रहे किसान हितेषी प्रयासों में देश के साढ़े 11 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 1.82 लाख करोड़ रुपए सीधे उनके बैंक खातों में जमा किया जाना बहुत बड़ी बात है. इसी तरहएमएसपी की राशि भी सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है.

English Summary: The FPO scheme will become a medium for the prosperity of the farmers: Minister Kailash Chaudhary
Published on: 18 May 2022, 12:33 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now