आधुनिक खेती का स्मार्ट विकल्प है Yodha Plus Hybrid Bajra: कम समय और लागत में मिलता है ज्यादा मुनाफा! यूपी में 1 जुलाई से वन महोत्सव की शुरुआत, सरकार का 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य खुशखबरी! मशरूम की खेती करने वाले किसानों को मिलेगी 50% तक सब्सिडी, जानें कैसे उठाएं योजना का लाभ किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 June, 2022 10:49 AM IST
VIVA Technology Conference 2022

फ्रांस के पेरिस में आयोजित दुनिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी सम्मेलन विवा टेक्नोलॉजी का छठां संस्करण 15 जून से प्रारंभ हो चुका है, जिसका शुभारंभ केंद्रीय संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया है. 

इस सम्मेलन के लिए भारत सरकार द्वारा देशभर से 50 स्टार्ट अप का चयन किया है, जिनमें एग्री स्टार्ट अप भी प्रमुख रूप से शामिल किए गए हैं. इनमें पुणे से बायोप्राइम एग्रीसाल्युशन्स के साथ ही वसुंधरा जिओटेक्नालॉजी, अम्पल पैक, स्टारगॅझे, रेव्य्, ब्लॅक फ्रॉग आदि को सहभागी होने का मौका मिला है. 

पहली बार विवाटेक ने किसी देश को Country of the Year के रूप में सम्मानित करने के लिए चुना है, और इस साल यह देश भारत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की भागीदारी को लेकर कहा है कि, “VivaTech, Viva Technology में भारत का Country of the Year के रूप में स्वागत करते है. भारत डिजिटल व नई प्रौद्योगिकियों से संबंधित सभी मुद्दों पर फ्रांस का लंबे समय से भागीदार रहा है और सभी प्रतिभागी भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र की समृद्धि की खोज करने में सक्षम होंगे.“ 

भारतीय प्रतिनिधिमंडल में स्टार्ट अप इंडिया और नीति आयोग के गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हैं. कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस सम्मेलन का उदघाटन करते हुए कहा, " असमानता को दूर करने में टेक एक समावेशी भूमिका निभा सकता है. लगभग दो साल तक कोरोना महामारी का दुनिया पर बड़ा असर पड़ा है, लेकिन इस दौरान भी भारत की स्थिति बेहतर रही और अनेक बेहतरीन स्टार्ट अप की इस कठिन समय में शुरूआत हुई है.  

इस कठिन समय में जो स्टार्ट अप उभरकर सामने आए हैं, उनमें से कुछ चुनिंदा स्टार्ट अप को हम इस बार यहां विवाटेक में लेकर आए हैं. भारत के ये चुनिंदा स्टार्ट अप को लेकर हमें विश्वास है कि ये भारत का नाम दुनियाभर में रोशन करेंगे."

भारत की ओर से चयनित बायोप्राइम एग्रीसाल्यूशन्स, नीति आयोग द्वारा पंद्रह चयनित स्टार्ट अप में से एक है, जिसकी संस्थापक डॉ. रेणुका करंदीकर को पेरिस में उनके पुरस्कार विजेता एग्री-बायोटेक उत्पादों को विवाटेक सम्मेलन में प्रदर्शित करने का अवसर मिला है. 

पुरस्कार विजेता SNIPR (स्मार्ट नैनोमोलेक्यूल्स इंड्यूस्ड फिजियोलॉजिकल रिस्पांस) व बायोनेक्सस तकनीक को विवाटेक सम्मेलन में प्रस्तुत किया जा रहा है. बायोप्राइम की सीईओ डॉ. रेणुका ने कहा, "खाद्य सुरक्षा और पोषण की व्यवस्थाएं भारत में मजबूत होने से सारी दुनिया अनाज, सब्जियों और फलों के लिए भारत की ओर आस लगाता है.

बायोप्राइम की तकनीक सुनिश्चित करेगी कि किसान खुलने वाले निर्यात अवसरों का अधिकतम लाभ उठा सकें." इस टेकनालॉजी को बायरैक, डीबीटी, नीति आयोग तथा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा (दिल्ली) की ओर से निधिकरण व सहयोग मिला है. 

वेंचर सेंटर, तेलंगाना सरकार के रिच, आईएसबी मोहाली के समर्थन के साथ विकसित किया गया हैं. बायोप्राइम स्टार्ट अप की स्थापना में डॉ. रेणुका के साथ ही वैज्ञानिक डॉ. अमित शिंदे व डॉ. शेखर भोसले का योगदान है, जिनका उद्देश्य किसानों का गौरव दिलाने के साथ लाभकारी स्थिति में लाना है.

English Summary: Technology Conference, India gears up for new agri start-ups, world's largest technology conference begins
Published on: 16 June 2022, 10:51 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now