Krishi Yantra Yojana: रोटावेटर और मल्टी क्रॉप थ्रेशर समेत इन 6 कृषि यंत्रों पर मिल रहा 50% तक अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ Dudharu Pashu Bima Yojana: दुधारू पशुओं का होगा बीमा, पशुपालकों को मिलेगी 75% सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया! PM Kusum Yojana से मिलेगी सस्ती बिजली, राज्य सरकार करेंगे प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए तक की मदद! जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 19 January, 2019 5:02 PM IST

इन्फ्लूएंजा ए H1N1 या स्वाइन फ्लू के 4994 मामलों में से लगभग 1694 मामले 13 जनवरी 2019 तक सामने आ गए हैं और यह आंकड़ा जनवरी के महीने में पिछले साल दर्ज किए गए 798 मामलों से दोगुना है. 2018 में 14999 मामलों की पुष्टि की गई थी.

जबकि देश में स्वाइन फ्लू से 1103 मौतें हुईं. स्वाइन फ्लू के मामलों की संख्या में वृद्धि आम तौर पर भारत के उत्तरी हिस्सों में जनवरी के महीने में और फरवरी से मार्च के दौरान देश के कई हिस्से में होती है. नाम न छापने की शर्त पर नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के एक अधिकारी ने बताया कि "आमतौर पर सर्दियों के मौसम में तापमान में गिरावट के साथ फ्लू के मामले अधिक होते हैं इसलिए जनवरी में अधिक मामलों का होना अजीब नहीं है.

अधिकारी ने कहा कि “भारत में इस वर्ष का प्रमुख इन्फ्लूएंजा तनाव H1N1 है. वातावरण में कई वायरस होते हैं जिसके परिणामस्वरूप संख्या बढ़ती है. रिकॉर्ड के अनुसार, राजस्थान में 2019 के पहले 2 हफ्तों में 789 मामले सामने आए और राजस्थान 31 मौतों के साथ देश में स्वाइन फ्लू का सबसे प्रभावित राज्य है. अन्य प्रभावित राज्यों में गुजरात, दिल्ली और हरियाणा शामिल हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुमान के अनुसार, वायरस हर साल दुनिया की आबादी का 5 से 15 प्रतिशत हिस्सा संक्रमित करता है, जिससे बुखार, थकान और खांसी होती है. हालांकि यह एक स्व-सीमित वायरस है, उच्च जोखिम वाली आबादी के लिए अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता होती है, जैसे कि बूढ़े, बच्चे और सह-रुग्ण स्थिति वाले लोग जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कैंसर आदि.  

इस बीच राजस्थान सरकार ने लोगों को आश्वासन दिया है कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा, "राज्य सरकार ने पूरे राजस्थान में H1N1 के लिए दवा उपलब्ध करवाई है. इसके अलावा, स्वाइन फ्लू को कम करने के कुछ अन्य आसान तरीकों में नियमित रूप से साबुन या हैंड सैनिटाइजर से हाथ धोना शामिल है. खुद को साफ और कीटाणुरहित रखना महत्वपूर्ण है.

इसके अलावा अपनी नाक, मुंह या आंखों को न छुएं.

सर्दी और बदन दर्द के साथ तेज बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

English Summary: swineflu disease increase day by day affecting many states
Published on: 19 January 2019, 05:04 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now