Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 20 April, 2023 6:07 PM IST
चीनी के उत्पादन में कमी

भारत में चीनी का उत्पादन बड़े स्तर पर होता है, लेकिन इस साल चीनी के उत्पादन में 5.4 प्रतिशत की कमी आई है. व्यापार संगठन के अनुसार, भारत की चीनी मिले इस साल केवल 3 करोड़ टन ही चीनी का उत्पादन कर सकी हैं क्योंकि बाजार में गन्ने की भारी कमी आ गई है. इस सीजन बैमौसम बरसात के चलते देश में गन्ने का उत्पादन बहुत ही कम हुआ है. गन्ना किसानों ने भी सरकार से पैदावार में आई कमी को लेकर मुआवजे की मांग की है. इस कम उत्पादन के चलते सरकार को जनता की अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए चीनी का आयात करना पड़ रहा है.

भारतीय चीनी मिल संगठन ने कहा कि मौजूदा 532 चीनी के मिल में से लगभग 400 मिल बंद हो चुकी हैं. महाराष्ट्र जहां सबसे ज्यादा चीनी का उत्पादन होता है, वहां की भी मुख्य चीनी मिले बंद हो चुकी हैं. संगठन के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य के चीनी मिलों के उत्पादन में लगभग 30 लाख टन चीनी के उत्पादन में कमी आई है. चीनी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में भी चीनी का उत्पादन सिर्फ 10 मिलियन टन रहने की उम्मीद है, यह पिछले वर्ष की तुलना में दो मिलियन तक कम है.

मुंबई के एक व्यापारी ने बताया कि चीनी का उत्पादन गिरने के बाद हमारे पास इसका निर्यात करने के लिए बिल्कुल भी भंडारण नहीं है. हालांकि भारत सरकार ने 60 लाख टन के उत्पादन को निर्यात करने का फैसला लिया हैजिसका असर देश में चीनी की कीमतों पर पड़ सकता है.

ये भी पढ़े: गर्मी के मौसम में महंगी होगी चीनी, घरेलू उत्पादन में 10 फीसदी की गिरावट

भारत विश्व के कई देशों में चीनी का निर्यात करता है. इस वर्ष निर्यात कम होने से वैश्विक स्तर पर चीनी के दामों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है. दुनिया के तमाम देश अपनी इस चीनी की कमी की पूर्ती के लिए प्रतिद्वंदी देश ब्राजील और थाईलैंड से चीनी का निर्यात कर सकते हैं.

English Summary: Sugar production has declined in country which may impact the global sugar price
Published on: 20 April 2023, 06:11 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now