Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Loan Scheme: युवाओं को बिना ब्याज मिल रहा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 27 March, 2019 4:14 PM IST

बिहार के किसान अब मशरूम, शिमला मिर्च, मूंगफली के बाद स्ट्रॉबेरी की खेती करने लग गए है. राज्य के सुपौल में  सब्जियों के उत्पादन के साथ ही अब स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. किसान अब स्ट्रॉबेरी के सहारे व्यावसायिक खेती करना चाहते है. किसानों का मानना है कि ऐसा करने से इलाके में एक क्रांति लाई जा सकती है. यह खेती फिलहाल कुछ इलाकों तक ही सीमित है. समय के साथ इस खेती की मांग और उत्पादन बढ़ने लगा है जिसके चलते अन्य किसान खेती की ओर मुड़ने रहे है. किसानों के मुताबिक यहां के क्षेत्र की जलवायु भी इस फसल के अनुकूल है.

किसानों का मानना

जिन किसानों ने पहली बार स्ट्रॉबेरी की खेती की है उनका मानना है कि इस खेती के माध्यम से किसानों की किस्मत बदल सकती है. एक एकड़ की खेती में तीन लाख से अधिक की लागत आती है. एक एकड़ से 12 से 13 लाख तक की कमाई जा सकती है. उन्होंने बताया कि स्ट्रॉबेरी का पौधा मात्र एक फीट का होता है. यह 70-80 दिन में तैयार हो जाता है. जिले में 200 रू किलों प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है.

कृषि वैज्ञानिकों की ये है सलाह

क्षेत्र के कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो स्ट्रॉबेरी सबसे ज्यादा महाराष्ट्र के पुणे में होती है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह क्षेत्र स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए काफी उपयुक्त है. शोध में बताया गया है कि स्ट्रॉबेरी का पौधा आचार और सब्जी के अलावा कई तरह के काम में आता है. यह पौधा आयरन से युक्त होता है यही वजह है की यह दवाई बनाने के काम आता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे आने वाले समय में किसानों को बेहतर आमदनी होगी.

English Summary: Strawberry farming becomes rich by becoming a farmer
Published on: 27 March 2019, 04:19 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now