विश्वप्रसिद्ध जर्मन ब्रांड STIHL India ने आज यानि 27 मई 2025 को इंदौर के कस्तूरबाग्राम कृषि विकास केंद्र से अपनी 45-दिवसीय ‘परिवर्तन यात्रा’ का शुभारंभ किया. यह अभियान मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों और कस्बों में कृषि यंत्रीकरण और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है. STIHL पिछले 95 वर्षों से किसानों, बागवानी विशेषज्ञों और वन विभागों को अत्याधुनिक और टिकाऊ आउटडोर पावर टूल्स के माध्यम से सशक्त बना रहा है.
यह परिवर्तन यात्रा इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए, ग्रामीण इलाकों में किसानों तक आधुनिक तकनीकों को पहुँचाने का माध्यम बनेगी.
किसानों से होगा सीधा संवाद और लाइव डेमो
यात्रा के दौरान STIHL की टीम किसानों के समूहों से सीधे संवाद करेगी. इसके साथ ही आधुनिक कृषि यंत्रों के लाइव डेमो और जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे ताकि किसान आधुनिक मशीनों के लाभ, उपयोग और अर्थव्यवस्था में योगदान को समझ सकें.
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें मधु वर्मा (विधायक), प्रियंका चौहान (पार्षद), डॉ. राधेश्याम टेल्लर (प्रमुख, KVK इंदौर) और डॉ. अर्पणा वाजपेयी (मुख्य वैज्ञानिक) शामिल रहें.
डॉ. अर्पणा वाजपेयी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि "यंत्रीकरण भारतीय कृषि को रूपांतरित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इससे किसानों की उत्पादकता और आय में बढ़ोतरी संभव है."
STIHL India की टीम का विज़न
स्टिल इंडिया की ओर से प्रमुख अधिकारियों ने यात्रा के उद्देश्य और कंपनी की प्रतिबद्धता साझा की:
- दिग्विजय त्रिपाठी (रीजनल हेड - वेस्ट)
- प्रद्युम्न चतुर्वेदी (ट्रेड मार्केटिंग मैनेजर)
- अनिमेष वाघेला (एरिया सेल्स मैनेजर)
- उमेश शर्मा (स्टेट हेड - मध्य प्रदेश एवं गुजरात)
इन्होंने बताया कि यह यात्रा किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने, आधुनिक यंत्रों के प्रयोग को प्रोत्साहित करने, और सतत कृषि की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.
ध्वजारोहण के साथ हुआ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम का समापन ध्वजारोहण के साथ हुआ, जिससे इस परिवर्तन यात्रा की औपचारिक शुरुआत की गई. स्टिल की यह यात्रा राज्यभर में कृषि जागरूकता बढ़ाने और किसानों को आधुनिक यंत्रीकरण की दिशा में प्रोत्साहित करने का कार्य करेगी.