देश में ज्यादातर किसान निर्धन व आर्थिक तंगी के कारण सही से अपना और अपने परिवार का इलाज नहीं करवा पाते हैं. जिससे उन्हें अपने इलाज के लिए कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लोगों की इस परेशानी को दूर करने के लिए भारत सरकार ने आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड की शुरुआत की है.
आपको बता दें कि इस योजना की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारा साल 2018 में की गई थी. इस कार्ड के द्वारा निर्धन परिवार को कम से कम 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा (health insurance) दिया जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार की इस योजना के माध्यम से हर साल देश के लगभग 10 करोड़ लोगों को लाभ दिया जाता है.
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान
अगर आपने अभी तक आयुष्मान कार्ड (Ayushman Bharat Health Card) को नहीं बनवाया है, तो सरकार की तरफ से लखनऊ में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बनाने के लिए एक विशेष अभियान चला रही है. यह अभियान 18 मई तक लखनऊ में चलेगा. इस दौरान शहर के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों और शहरों के सभी वार्ड में शिविरों का आयोजित किया जाएगा. इस आयोजन की जानकारी खुद प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेन्द्र कुमार चौधरी ने दी है.
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए जरूरी कागजात
अगर आप भी सरकार के इस आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) को बनवाना चाहते हैं, तो आपको इस आरोग्य मित्रों और जन सेवा केंद्र के विलेज लेवल इंटरप्रेन्योर (वीएलई) में कुछ जरूरी कागजात भी साथ लेकर जाने होंगे. इसके लिए आपके पास आधार कार्ड और राशन कार्ड होना बहुत जरूरी है. कार्ड बनने के बाद लाभार्थी परिवार के सभी सदस्य कार्ड की योजना का लाभ उठा सकते हैं.
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कार्ड में कितनी बीमारियों का होगा इलाज (How many diseases will be treated in the card)
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. संदीप सिंह के अनुसार सरकार के इस आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड (Ayushman Bharat Golden Card) में कई तरह की बीमारियों का इलाज करवाया जाता है. देखा जाए तो इसमें कुल 1574 बीमारियों का इलाज किया जाता है.
इसके अलावा सरकार की योजना को आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, रोजगार सेवकों और कोटेदार के द्वारा भरपूर सहयोग प्राप्त होता है. इसके लिए आशा कार्यकर्ता को राशि भी दी जाती है.