किसान भाइयों टमाटर उगाने की एक नयी अत्याधुनिक विधि विकसित की गई है जिससे टमाटर की उपज प्रति वर्ग मीटर में 60 किलो तक प्राप्त की जा सकेगी. राजस्थान के बस्सी में ढिढोला फार्म पर यह तकनीक अपनायी जाएगी. इस दौरान बताया जा रहा है कि ढिंढोला फार्म पर सिर्फ पानी के वाष्प से ही टमाटर को उगाया जाएगा. इसके लिए राज्य सरकार भी 13 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान करने का दावा कर रही है.
फार्म के वरिष्ठ योगेश कुमार वर्मा का कहना है कि इस विधि से पानी के वाष्प में पोषक तत्वों को घोलकर पाइपों द्वारा वाष्प छोड़ी जाएगी जिसे पौधे ग्रहण कर वृद्धि कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि इसी वर्ष सितंबर-अक्टूबर में टमाटर उगाना शुरु किया जाएगा. जिसके सफल हो जाने के बाद किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा. उल्लेखनीय है कि यह देश में इस तरह का होने वाला प्रथम प्रयोग है.
इस प्रकार दावा किया जा रहा है कि टमाटर उगाने की इस विधि से 11 महीने तक टमाटर की उपज मिलेगी और आने वाले समय में राजस्थान में टमाटर की कमी नहीं होगी व किसानों को भी उनकी उपज के बदले सही दाम मिल पाएंगे. इस प्रयोग के लिए भूमि का पहचान कर वहां मिट्टी व पानी की जांच का अध्ययन किया जा चुका है जिसके फलस्वरूप कार्य शुरु किया जाएगा.
इस दौरान संस्थान का मानना है कि जिन किसानों के पास भूमि बहुत सीमित मात्रा में है उन किसानों के लिए टमाटर उगाने की यह विधि काफी कारगर साबित होगी.