75 एचपी रेंज में सबसे ताकतवर ट्रैक्टर, जो है किसानों की पहली पसंद हल्दी की खेती ने बदली इस किसान की किस्मत, आज है लाखों में कारोबार PMFBY: फसल खराब पर देश के कई किसानों को मिलता है मुआवजा, इस नंबर पर करें शिकायत खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 31 October, 2022 12:15 PM IST
more then 141 people died in Gujarat's Morbi bridge accident

गुजरात के मोरबी में 30 अक्टूबर को पुल गिरने के बाद लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत हो चुकी है. बता दें 25 अक्टूबर को पुल की मरम्मत के बाद पुल को दोबारा खोला गया था और 30 अक्टूबर को रविवार होने के कारण भारी संख्या में लोग पुल देखने आए थे. लेकिन 140 साल पुराना पुल अपने साथ कई जिंदगियों व परिवारों को तबाह कर गया.

143 साल पुराना था मोरबी पुल

मोरबी जिले के कच्छू नदी पर स्थित केबल संस्पेशन पुल लगभग 143 साल पुराना था. पुल गिरने के साथ सैकड़ों लोगों की जान ले गया. बता दें कि सन् 1879 में मोरबी के राजा वाघजी रावजी द्वारा यह पुल बनवाया गया. जिसे ब्रिटिश इंजीनियरों द्वारा बनाया गया था. केबल पुल 765 फुट लंबा तथा 4 फुट चौड़ा था. यही कारण था कि इसे ऐतिहासिक होने के साथ – साथ टूरिज्म की लिस्ट में शामिल किया गया था.

पुल की हालत खराब होने के कारण इसे  2 साल पहले बंद कर दिया गया था. जिसके बाद इस पुल पर 2 करोड़ रुपए की लागत से मरम्मत का कार्य चला और 25 अक्टूबर यानि की दिवाली के अगले ही दिन इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया.

100 लोगों का वजन सहने की क्षमता

बता दें कि कच्छू नदी के केबल संस्पेशन पुल में 100 लोगों के वजन सहने की क्षमता थी. मगर जब यह हादसा हुआ तो बताया जा रहा है कि लगभग 500 लोग इस पुल पर मौजूद थे. भारी वजन होने के कारण पुल टूट गया और लोग कच्छू नदी में बह गए.

मोरबी हादसे का विडियो

पुल गिरने का पूरा विडियो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. इस विडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे कुछ ही पलों में पुल गिरता है और सैकड़ों की संख्या में लोग नदी में बह जाते हैं.

बचाव अभियान जारी

कच्छू नदी में पुल टूटने के बाद से ही एनडीआरफ की टीम राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है. एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शाहिदी  ने कहा कि एनडीआरएफ की “5 टीमें राहत बचाव कार्य में तैनात हैं, जिसमें एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, सेना, गरुड़ और कमांडो भी हैं. यह समय की बात है और तलाशी अभियान जल्द खत्म होगा.”

यह भी पढ़ें: Cyclone Sitrang Updates: बंगाल में भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ पहुंचा सितरांग, एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट

हादसे में शिकार लोगों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा

केंद्र सरकार द्वारा मोरबी पुल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए तथा घायल लोगों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मृत लोगों को 4-4 लाख रुपए तथा घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है.  

English Summary: So far more then 141 people died in Gujarat's Morbi bridge accident, the bridge was opened 4 days ago
Published on: 31 October 2022, 12:22 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now