“श्री अन्न” को मोटा अनाज यानी मिलेट्स कहा जा रहा है. दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वार्षिक बजट 2023-24 के अपने भाषण के दौरान श्री अन्न योजना का जिक्र किया था.
श्री अन्न योजना से मिलेगा मोटे अनाज को बढ़ावा
श्री अन्न योजना की शुरुआत देश में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने इस दौरान मिलेट्स यानी मोटे अनाजों के लिए श्री अन्न शब्द का इस्तेमाल किया था. यानी इस योजना के तहत सरकार की तरफ से मोटे अनाज की पैदावार को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए भारतीय मिलेट्स संस्थान का गठन भी किए जाने की बात कही गई. इसी कड़ी में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी “श्री अन्न” का जिक्र किया है.
पीएम मोदी ने की श्री अन्न को अपने जीवन का अंग बनाने की अपील
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ज़रोधा (Zerodha) के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन कामथ के एक ट्वीट का उत्तर दिया है, जिसमें नितिन कामथ ने बताया है कि उन्होंने अपने भोजन में मोटे अनाजों को शामिल किया है.
नितिन कामथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “हम घर पर गेहूं के आटे और डोसे के बैटर में बाजरा (रागी) डालते हैं. यह स्वस्थ और स्वादिष्ट है. हम में से अधिकांश लोग यह नहीं जानते हैं कि बाजरा भी धरती के लिए अच्छा है. क्योंकि इसमें बहुत कम पानी और कीटनाशकों का इस्तेमाल होता है. जिस कारण सभी को बाजरे का परिचय देना चाहिए और उसके बारे में भी बात करनी चाहिए”.
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नितिन कामथ के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि “यह पढ़कर अच्छा लगा. आइये, हम सब मिलकर श्री अन्न को अपने जीवन का हिस्सा बनायें.”