MFOI Awards 2023: 'महिंद्रा मिलेनियर फार्मर अवार्ड 2023' के दूसरे दिन के दूसरे सत्र में कृषि विकास को बढ़ावा देने में कुलपतियों की महत्वपूर्ण भूमिका का खुलासा किया गया. इस सत्र में मौजूद कृषि-विकास में कुलपतियों की महत्वपूर्ण भूमिका, अनुसंधान, कृषि विज्ञान केंद्रों, एफपीओ और तकनीक-संचालित दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना था. बता दें कि मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स 2023 के दूसरे दिन के सत्र-II में उद्योग विशेषज्ञों ने किसानों के बीच विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने में कुलपतियों (वीसी) की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की.
MFOI के आज दूसरे दिन के दूसरे सत्र का मुख्य उद्देश्य किसानों की समृद्धि को बढ़ावा देने में कुलपतियों की भूमिका" रही है. जिसमें सम्मानित वक्ता शामिल हुए उन्होंने इस सत्र में कृषि विकास के विभिन्न पहलुओं पर अपनी विशेषज्ञता साझा किया.
भारतीय कृषि के भविष्य को आकार देने में कृषि विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका
DUVASU, मथुरा के पूर्व कुलपति डॉ. केएमएल पाठक ने कृषि को एक लाभदायक उद्यम बनाने में कृषि विश्वविद्यालयों के महत्व पर चर्चा हुई. किसानों के विकास में नए कृषि अनुसंधान इस क्षेत्र में कैसे योगदान दे सकते हैं, अनाज की नई किस्मों का विकास और किसानों को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग. डॉ. पाठक की अंतर्दृष्टि भारतीय कृषि के भविष्य को आकार देने में कृषि विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालती है.
वहीं, बीएएसयू पटना के कुलपति डॉ.रामेश्वर सिंह ने कृषि क्षेत्र में प्रगति के बारे में किसानों को जागरूकता किया. साथ ही इस सत्र में वैज्ञानिक प्रगति और क्षेत्रों में व्यावहारिक कार्यान्वयन के बीच अंतर को कम करने में कृषि विज्ञान केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया गया.
एमिटी फाउंडेशन की महानिदेशक डॉ. नूतन कौशिक ने किसानों को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से कृषि संस्थान स्थापित करने में अपने संगठन के प्रयासों को साझा किया. 5000 से अधिक किसानों को प्रशिक्षित करने के प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड के साथ, डॉ. कौशिक ने उत्तर प्रदेश और झारखंड में किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की स्थापना के बारे में भी विस्तार से बताया. इन FPO को उनकी विशेषज्ञता का विस्तार करके और कृषि क्षेत्र में सतत विकास सुनिश्चित करके किसानों को आगे बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
कृषि प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ दीपक पारीक ने उत्पादन बढ़ाने में कृषि दक्षता के महत्व पर दर्शकों का प्रकाश डाला. पारीक ने बताया कि कृषि पद्धतियों को आधुनिक बनाने में उनकी भूमिका पर जोर दिया. इसके अलावा उन्होंने गेहूं और अन्य खाद्यान्न उत्पादन पर गर्मी के तनाव के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला.