कृषि क्षेत्र के अग्रणी कृषि मीडिया हाउस 'कृषि जागरण' में आज प्रेसिडेंट एंड सेक्रेटरी जनरल, ऑल इंडिया फार्मर एसोसिएशन और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर के सबसे बड़े पोते संजय नाथ सिंह ने हिस्सा लिया. संजय नाथ सिंह के आगमन पर कृषि जागरण के चीफ इन एडिटर एंड फाउंडर एम.सी डोमिनिक ने स्वागत किया. इसके साथ ही संजय नाथ सिंह ने पूरे ऑफिस का दौरा किया. कृषि जागरण की अतिथि सम्मान परंपरा KJ Chaupal में भी उन्होंने हिस्सा लिया.
केजे चौपाल में मुख्य अतिथि संजय नाथ सिंह के जीवन से संबंधित झलकियों को भी प्रस्तुत किया गया. कृषि जागरण के चीफ इन एडिटर एंड फाउंडर एम.सी. डोमिनिक ने KJ Chaupal में उनका परिचय देते हुए कृषि और किसानों से जुड़े उनके जीवन के बारे में सभी को परिचित करवाया.
2004 में दिल्ली हुए थे शिफ्ट
मुख्य अतिथि ने अपने वक्तव्य में बताया कि उन्होंने वर्ष 2004 में दिल्ली में शिफ्ट किया. वह अपने दादा पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री से काफी प्रभावित थे. उन्होंने आजादी के समय से लालबहादुर शास्त्री के साथ मिलकर देश की आजादी में भी हिस्सा लिया था. जिसमें वह किसानों के साथ मिल कर देश को आगे बढ़ाने और आजाद कराने जैसे मुद्दों पर निरंतर संघर्ष किया हुआ था. उन्होंने बताया की यदि देश को हम ऊंचाई पर ले जाना चाहते हैं तो तो सबसे पहले हमें कृषि क्षेत्र और किसानों को बढ़ाना चाहिए. उन्होंने अपनी मनसा व्यक्त करते हुए बताया "समृद्ध किसान समृद्ध भारत" ही विकसित भारत की नींव है.
उन्होंने PMFBY का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के लिए कई तरह के गलत नियम बनाए हुए हैं . उन्होंने सरकार द्वारा बनाए गए खाद्यान्न की निश्चित विक्रय बाजार नीति को पूरी तरह किसानों पर प्रतिबंधित करने जैसा बताया.
समृद्ध है भारत का किसान
KJ Chaupal के अपने वक्तव्य में संजय नाथ सिंह (प्रेसिडेंट एंड सेक्रेटरी जनरल, ऑल इंडिया फार्मर एसोसिएशन) ने कहा की भारत में किसानों को लेकर लोगों में एक बहुत गलत अवधारणा विकसित हो चुकी है. वह अवधारणा यह है कि हम जब भी किसान की बात करते हैं तो हमारे मन में आने वाली झलक में फटे हुए कपड़े, गंदा दुबला पतला शरीर और गरीबी की मार झेला हुआ मानव शरीर आता है. जबकि वास्तविकता इससे कहीं इतर है. दरअसल, भारत की समृद्धता ही किसानों के कारण ही बनी हुई है. हमारे कुछ नेतृत्व करने वालों ने हमारे मन में ऐसी बातों को बैठा दिया है कि किसानी का काम मतलब गरीबी का काम. उन्होंने कृषि जागरण में कार्यरत युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अब हमको यह अवधारणा बदलनी होगी. यह क्षेत्र आज के समय में सबसे ज्यादा रोजगार और सबसे ज्यादा समृद्धता प्रदान करने वाला क्षेत्र है.
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चौपाल के अंत में संजय नाथ सिंह (प्रेसिडेंट एंड सेक्रेटरी जनरल, ऑल इंडिया फार्मर एसोसिएशन) ने भारतीय किसानों के सम्मान में आयोजित होने वाले इवेंट MFOI के फ्लैग के साथ ग्रुप फोटो शूट में भी हिस्सा लिया.