Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 12 November, 2019 6:44 PM IST

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में मध्य पहाड़ी क्षेत्र में एक किसान ने कश्मीरी केसर की खेती करने में कई तरह की सफलता को हासिल कर लिया है. इस बाजार में 5 से 8 लाख रूपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिकने वाली केसर की जिले में सफल खेती से किसानों ने एक नई मिसाल कायम की है. इसकी खेती के लिए चमन लाल शर्मा ने बिल्कुल भी हार नहीं मानी है और सफलता हासिल की है. जब केसर में फ्लॉवरिंग हुई तो चमन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा है. साथ ही केसर की खेती की सफलता के बाद अन्य किसानों को भी आर्थिकी रूप से मजबूत करने के लिए यह खेती मील का पत्थर साबित हो सकती है. अगर सरकार यहां पर केसर की खेती को सही वातावरण और जलवायु क्षेत्र में बढ़ावा दें तो किसान इस खेती से अपना आर्थिक पक्ष मजबूत कर सकते है.

किसानों को होगा फायदा

केसर की खेती को लेकर किसानों में इस तरह की अवधारणा रहती है कि यह अन्य किसानों को भी आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है, अगर किसी भी तरह से सरकार यहां पर केसर की खेती को उपयुक्त वातावरण और जलवायु को बढ़ा दे तो किसान इससे अपनी आर्थिकी बढ़ा सकते है. इससे किसानों को काफी ज्यादा फायदा होगा.

केसर की खेती होगी शुरू

दरअसल केसर की खेती को लेकर किसानों में अवधारणा रहती है कि यह केवल बर्फ में ही उगती है, विशेषज्ञों के मुताबिक केसर का उत्पादन समुद्रतल से 1500 से 2000 मीटर की ऊंचाई पर भी हो सकता है चमन लाल शर्मा ने केसर की खेती को लेकर पहले से ही इंटरनेट पर सर्च किया था.उन्होंने इंटरनेट पर केसर की खेती की जानकारी ली है. यहां पर किसानों ने केसर के बल्ब की बिजाई की और नवंबर महीने में इन पौधों में फ्लॉवरिंग शुरू हो गई है, एक फूल में तीन से चार रेशे केसर की प्राप्त हो रही है. आमतौर पर केसर के फूल से तीन से सात रेशे प्राप्त होते है.

क्या है पहचान

केसर के जामुनी रंग के फूल के बीच में जो लाल रंग के रेशे होते है उनमें से सबसे बढ़िया किस्म का केसर मिलता है. इसके शाही केसर के नाम से भी जाना जाता है, वैसे एक फूल में तीन से लेकर सात तक रेशे होते है, एक बार इसका बीज लगाकर वह 10 से 15 सालों तक पूरी तरह जीवित रहता है, चमन लाल शर्मा ने कश्मीर से उच्च गुणवत्ता वाला बीज 5 हजार रूपए किलोग्राम बीज मंगवाया है.

English Summary: Saffron cultivation in Himachal, farmers will get huge profits
Published on: 12 November 2019, 06:48 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now